Farmers Protest: संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान मांगों को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी के साथ बातचीत के लिए मना कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी ने एसकेएम को किसानों के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 3 जनवरी को  बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया है.


सुप्रीम कोर्ट ने किसानों के आंदोलन के कारण पंजाब के शंभू और खनौरी सीमा पर मोर्चाबंदी के संदर्भ में हाईलेवल कमेटी का गठन किया था, लेकिन एसकेएम उस आंदोलन का हिस्सा नहीं है.


कमेटी से बात करने से किया मना


शंभू और खनौरी बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान संगठनों ने पहले ही कमेटी से बात करने से मना कर दिया था.एसकेएम के मुताबिक मोर्चा न्यायालय के हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करता है क्योंकि किसान केंद्र सरकार के साथ नीतिगत मुद्दों पर लड़ रहे हैं, जहां न्यायालय की कोई भूमिका नहीं है.


4 जनवरी को बुलाई किसान किसानों की महापंचायत 


खनौरी बॉर्डर पर किसानों ने 4 जनवरी को महापंचायत बुलाई है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि वो जरूरी संदेश किसानों को देना चाहते हैं. ये महापंचायत सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगी. कहा जा रहा है कि इसमें पंजाब, हरियाणा के अलावा देश के अन्य राज्यों से भी किसानों पहुंच रहे हैं. 


26 नवंबर से हैं आमरण अनशन पर


केंद्र पर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित किसानों की मांगों को स्वीकार करने का दबाव बनाने के लिए डल्लेवाल 26 नवंबर से पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर हैं. सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली कूच से रोके जाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. 


(खबर अपडेट हो रही है...)