Farmers Protest 2024: किसानों के दिल्ली चलो मार्च के दौरान 21 फरवरी को पुलिस द्वारा कथित गोलीबारी में एक 22 साल के किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी. उनका गुरुवार (29 फरवरी) को उनके पैतृक गांव बलोह में अंतिम संस्कार कर दिया गया. हालांकि किसान संगठनों ने आगे के आंदोलन की घोषणा नहीं की है. किसानों ने एमएसपी पर कानूनी गारंटी सहित कई अन्य मांगों को लेकर दिल्ली चलो मार्च का आह्वान किया था. उसी दौरान पुलिस से झड़प हुई है. किसानों ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने गोली मारकर शुभकरण सिंह की हत्या कर दी. हरियाणा पुलिस पर फायरिंग का आरोप लगा है.


पंजाब पुलिस ने दर्ज की है जीरो एफआईआर


पंचाब पुलिस ने शुभकरण सिंह की मौत के मामले में ‘जीरो एफआईआर’ दर्ज की थी. ‘जीरो एफआईआर’ दर्ज करने के बाद दाह संस्कार किया गया. मृतक का शव पंजाब के राजिंदरा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के शवगृह में रखा हुआ था. इंस्पेक्टर जनरल (पंजाब पुलिस मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने जीरो एफआईआर को लेकर कहा- ‘कानूनी सलाह के बाद शुभकरण के मामले में जीरो एफआईआर दर्ज की गई. 


एक करोड़ के मुआवजे की घोषणा
पंजाब के मुख्यमंत्री ने शुभकरण के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की घोषणा की है. मृतक का परिवार अगर चाहे तो उनकी बहन को पंजाब पुलिस में कॉन्स्टेबल की नौकरी दी जाएगी. वहीं, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने कहा है कि पंजाब सरकार ने शुभकरण को शहीद का दर्जा दिया है. साथ ही उनके परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की घोषणा की है. तेजवीर सिंह ने आगे कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. अब, इस संघर्ष को जारी रखना हमारा कर्तव्य है.” बहरहाल किसान के अंतिम संस्कार हो जाने के बावजूद आंदोलन के आगे की रणनीति की घोषणा फिलहाल नहीं हुई है.


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