Kisan Andolan: पंजाब और हरियाणा की दो सीमाओं के रास्ते दिल्ली कूच करने को लेकर किसानों और पुलिस के बीच जारी गतिरोध के बीच तीन केंद्रीय मंत्रियों ने किसान नेताओं के साथ गुरुवार (15 फरवरी) को चंडीगढ़ में तीसरे दौर की बातचीत की. हालांकि इस बातचीत से कोई नतीजा नहीं निकला लेकिन किसान नेता और सरकार कह रही है कि बातचीत सकारात्मक रही.
चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान में आयोजित बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी शामिल हुए. कृषि और किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित किसान संघों की विभिन्न मांगों पर जारी बातचीत में केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व किया.
‘हम पाकिस्तान नहीं हैं’
दोनों पक्षों की तीसरे दौर की बातचीत के बाद किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “हमने बातचीत में कहा कि हम पाकिस्तान नहीं हैं. हम शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं. उन लोगों ने हमें आश्वासन दिया है तो हमने भी उन लोगों को बातचीत का आश्वासन दिया. हमने अपनी मांगे उनके सामने रखीं. मंत्रियों ने कहा कि हमें थोड़ा और समय चाहिए. हमारा दिल्ली जाने का कार्यक्रम अभी भी है.”
वहीं, किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा, ''विरोध शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा. हम और कुछ नहीं करेंगे. हम किसानों से भी अपील करेंगे. जब बैठकें चल रही हैं और हम (सीमाओं पर) आगे बढ़ रहे हैं तो बैठकें कैसे जारी रहेंगी. उन्होंने (सरकार ने) बैठक बुलाई है, हम तब तक इंतजार करेंगे. रविवार को अगर हमें कोई सकारात्मक नतीजा नहीं मिला तो (हम जारी रखेंगे).''
अर्जुन मुंडा ने क्या कहा?
सरकार की तरफ से किसान नेताओं से बातचीत के लिए पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ''आज सरकार और किसान यूनियनों के बीच बहुत सकारात्मक चर्चा हुई. किसान यूनियन द्वारा उठाए गए विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए हमने तय किया है कि अगली बैठक रविवार शाम 6 बजे चंडीगढ़ में होगी. हम सब शांतिपूर्वक समाधान निकालेंगे.''
भगवंत मान ने क्या कहा?
इस बैठक में शामिल रहे पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा, "आज किसान यूनियन और केंद्र सरकार के बीच लंबी बातचीत हुई. हर विषय पर विस्तार से चर्चा हुई. सकारात्मक चर्चा हुई है. सीमावर्ती इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. इससे परीक्षा के दौरान छात्रों को परेशानी हो रही है. अगली बैठक रविवार को है. कई विषयों पर सहमति बनी है. कानून व्यवस्था और पंजाब के लोगों की समस्याएं भी चिंता का विषय हैं. हमें ईंधन या दूध या किसी भी चीज की कमी नहीं होनी चाहिए जो बाहर से आता है."
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