नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों की तरफ से बुलाए गए 'भारत बंद' का मिलाजुला असर देशभर में देखने को मिला है. प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान कहीं पर आगजनी की तो कहीं पर पुलिस के साथ झड़प की भी खबरें आई. किसानों की तरफ से सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम किया गया था. यह बंद सरकार के साथ छठे दौर की होनेवाली बैठक से पहले बुलाई गई. इधर, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शाम को 7 बजे किसानों की बैठक बुलाई है. आइये जानते हैं कि भारत बंद के दौरान कहां पर कैसा असर रहा.


'आप' ने कहा- केजरीवाल को किया गया घर में नजरबंद


आम आदमी पार्टी ने कहा कि सिंघु बॉर्डर पर किसानों से मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नजरबंद कर दिया है, हालांकि दिल्ली पुलिस ने उनके इस दावे को खारिज कर दिया.  केजरीवाल सोमवार को सिंघु बॉर्डर जाकर कृषि कानूनों के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से मुलाकात की थी और उनकी वहां पर किसानों के रहने की सुविधाओं का जायजा लिया था. 'आप' के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल को हाउस अरेस्ट कर दिया है. इसके विरोध में मंगलवार को आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता दिल्ली के सबसे व्यस्त आईटीओ चौराहे के पास धरने पर बैठ गए।


दिल्ली-एनसीआर में यातायात प्रभावित


किसानों की तरफ से किए गए भारत बंद का कुछ ऑटो और टैक्सी यूनियनों ने समर्थन किया और सड़कों पर गाड़ियों को ना उतारने का फैसला किया. हालांकि, कुछ ने हड़ताल ने अपनी दूरियां बनाए रखी. हालांकि, एसोसिएशन का दावा है कि अधिकतर ने इस बंद का समर्थन किया है.


हड़ताल के दौरान रोकी गई ट्रेनें


उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भारत बंद के दौरान जमकर प्रदर्शन किया. उन्होंने प्रयागराज रेलवे स्टेशन के आउटर पर बुदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन रोक दी. ग्वालियर में भी इसी तरह का प्रदर्शन देखने को मिला. वहां पर मडुवाहीड जाने वाली ट्रेन को भी रास्ते में रोक दी गई. इसके बाद ट्रैक पर कार्यकर्ता लेट गए.


ग्वालियर में कृषि मंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन


इधर, ग्वालियर में प्रदर्शनकारियों ने कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के घर का घेराव करने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने उन प्रदर्शनकारी किसानों को हिरासत में ले लिया. वहां पर किसान संगठनों और कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी ने बंद बुलाया था. ग्वालियर में भारत बंद के दौरान अधिकतर बाजार बंद रहे.


तमिलनाडु में भी बंद का असर


किसानों के भारत बंद का तमिलनाडु तक असर देखने को मिला. यहां पर डीएमके और कंग्रेस के साथ उसके सहयोगी दलों ने इस आंदोलन में हिस्सा लिया. हालांकि, यहां पर सार्वजनिक परिवहन और निजी परिवहन पर कुछ खास असर नहीं दिखा और लोगों का जनजीवन सामान्य देखने को मिला. पुडुचेरी में भी प्रदर्शन का असर दिखा। किसान संगठनों, द्रमुक, कांग्रेस, वाम दल समेत अन्य सहयोगी दलों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया.


जयपुर में हिंसक झड़प


गुलाबी नगर जयपुर में भारत बंद के दौरान उस वक्त बेहद तनाव की स्थिति बन गई जब वहां पर बीजेपी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए.


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