Farmers Protest End: 385 दिन बाद किसानों का आंदोलन खत्म होने के बाद दिल्ली पुलिस ने सभी बैरिकेड्स हटा दिए हैं. सिंघु बॉर्डर पर बुधवार को यातायात बहाल करने के साथ-साथ दो लेन भी खोल दी. करीब एक साल बाद यहां यातायात शुरू हुआ है. किसानों की घर वापसी के बाद आज दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भी आवाजाही शुरू हो सकती है. यूपी से दिल्ली की तरफ जाने वाली लेन पर साफ सफाई का काम जारी है.


टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर भी खाली किया गया
कृषि कानून और अन्य मांगों पर सरकार के साथ सहमति बनने के बाद किसान दिल्ली सीमाओं से वापस अपने घर की ओर रवाना हो गए हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में सभी किसानों ने बुधवार को बॉर्डर को पूर्ण रूप से खाली कर दिया. गाजीपुर बॉर्डर खाली करने से पहले किसानों ने सुबह हवन किया और सभी को धन्यवाद देते हुए बॉर्डर खाली कर दिया. इस अवसर पर राकेश टिकैत व अन्य किसान अब जीत का जश्न मनाते हुए बॉर्डर से मोदीनगर, मेरठ, दौराला टोल प्लाजा, मंसूरपुर होते हुए सौरम और अपने गांव सिसौली पहुंचे.


भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बॉर्डर खाली करने के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मैं सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. दिल्ली की सीमाओं पर जिन लोगों ने लंगर चलाया, उनको भी धन्यवाद देना चाहता हूं. इससे पहले सिंघु व टीकरी बॉर्डर से किसानों ने बॉर्डर खाली कर दिया था. अब नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के कर्मचारी एक्सप्रेस वे पर सफाई , बिजली के तारों की मरम्मत में लगे हुए हैं ताकि आम नागरिकों के लिए जल्द तमाम मार्गों को खोला जा सके.


बता दें, तीन कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की थी. इसके बाद किसानों ने दिल्ली-हरियाणा सीमा पर विरोध प्रदर्शन समाप्त करते हुए आंदोलन स्थल खाली कर दिया.


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