नई दिल्ली: देश में करीब दो महीने से किसानों की ओर से कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है. किसान केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए कृषि कानूनों को रद्द करवाने पर अड़े हुए हैं. वहीं अब किसानों के आंदोलन में और तेजी आती हुई नजर आ रही है.


केंद्र सरकार के जरिए पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को 60 दिन हो चुके हैं. अब किसान 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली निकालने की तैयारी कर रहे. इसके लिए किसान भारी संख्या में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश से दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं. सिंघु बॉर्डर पर पहले से हजारों किसान ट्रैक्टरों में करीब दो महीने से रह रहे हैं और पहले भी दावा कर चुके हैं कि छह महीने की राशन व्यवस्था के साथ आए हैं.


वहीं गणतंत्र दिवस से दो दिन पहले हजारों ट्रैक्टर बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं. सिंघु बॉर्डर अंबाला से आज सुबह करीब 35 ट्रैक्टर आए हैं. ट्रैक्टरों पर पोस्टर लगा है जिस पर लिखा है 'भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) अंबाला से दिल्ली परेड के लिए ट्रैक्टर मोर्चा'. किसानों का दावा है कि भारी संख्या में ट्रैक्टर सिंघु बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं. एबीपी न्यूज़ ने इन किसानों से खास बातचीत की.


इनमें से अंबाला के किसान जसप्रीत का कहना है कि हमारे पास सिंघु बॉर्डर पर करीब दो-ढाई लाख से ऊपर ट्रैक्टर हैं. हमारे और भी साथी हैं जो अभी रास्ते में हैं. जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती, तब तक यहां से नहीं जाएंगे. अंबाला के किसान सुखवीर का कहना है कि हम लोग 10 घंटे का सफर करके आए हैं और कानून रद्द कराकर ही वापस जाएंगे. ट्रैक्टर रैली से सरकार पर दबाव पड़ेगा. ट्रैक्टरों की एक लंबी कतार हरियाणा से दिल्ली आते हुए नजर आ रही है, जिन्हें बॉर्डर पर ही बैरिकेड लगा कर रोक दिया गया है.


रोड मैप तैयार


वहीं राष्ट्रीय किसान संगठन के कन्वीनर अमरजीत सिंह गुरदासपुर का कहना है कि हम लोग अड़े हुए नहीं है. हम अपने अधिकार, गलत नीति के खिलाफ खड़े हैं. हमने रोड मैप तैयार कर लिया है. पुलिस को जितना मैप दिया, उन्होंने उसको मान लिया है जिसका हम शुक्रिया अदा करते हैं. गणतंत्र दिवस में सुरक्षा बंदोबस्त की जिम्मेदारी हमारी होने के साथ-साथ पुलिस की भी है.


किसान नेता अमरजीत सिंह ने आगे कहा कि ये ट्रैक्टर रैली नहीं, परेड है. झांकियां भी होंगी. एक लाख से ऊपर ट्रैक्टर होंगे. आजादी के समय भी पहले गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर से परेड की गई थी. हम लोग सिंघु बॉर्डर से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट की तरफ जाएंगे, वहां से बवाना खरखौड़ा और आखिर में वहां से वापसी होगी. हमारा कुल रास्ता 100 किलोमीटर का है.


गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली को लेकर बीते दिन मंत्रम फार्म हाउस में किसान नेताओं और पुलिस की बैठक हुई थी. जिसमें किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी, डॉ. दर्शनपाल सिंह, योगेंद्र यादव और युद्धवीर सिंह बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे. यूपी पुलिस, हरियाणा पुलिस के अलावा दिल्ली पुलिस की ओर से मनीष चंद्र और दीपेंद्र पाठक बैठक में पहुंचे थे.


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