अमृतसर: किसान बिल के विरोध में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर में सड़क पर उतरे. उन्होंने अमृतसर के भंडारी पुल से हाल गेट तक मार्च में भाग लिया. सैकड़ों की भीड़ में समर्थक भी सिद्धू के साथ दिखी. इस दौरान उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान बिल से जमाखोरी को बढ़ावा मिलेगा. क्या सरकार रोटी को आवश्यक वस्तु नहीं मानती है?
प्रदर्शन में सिद्धू ट्रैक्टर पर सवार दिखे. इस जुलूस में कई ट्रैक्टर्स के साथ किसान शामिल हुए. उनके हाथों में तख्तियां थीं और कुछ ने काले झंडे भी लिए हुए थे. सिद्धू करीब एक साल बाद मैदान में उतरे हैं. कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ने के बाद उन्होंने एक साल तक ‘मौन’ धारण कर लिया था. वे कहीं पर दिखाई नहीं दे रहे थे.
बता दें कि पंजाब में किसान बिल का मुद्दा बेहद गरमाया हुआ है. इससे पहले शिरोमणी अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को विश्वास में लेने में कामयाब नहीं हुई.
कुल मिलाकर इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष आमने सामने है. सरकार दावा कर रही है कि ये कानून किसानों के जीवन में बदलाव लाएगा. उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी. किसानों को आजादी मिलेगी कि वे अपनी फसल कहीं भी बेच सकेंगे. वहीं विपक्ष का दावा है कि इससे निजी कंपनियां किसानों का शोषण करेंगी.
इसके साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर भी हंगामा मचा हुआ है. सरकार का कहना है कि इस बिल किसानों की एमएसपी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. वहीं विपक्ष इस बात पर अड़ी है कि ये किसानों को एमएसपी से बाहर रखने की साजिश है.
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