PM मोदी से मिले फारूक और उमर अब्दुल्ला, J&K में इसी साल विधानसभा चुनाव कराने का अनुरोध किया
नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में पीएम मोदी से मुलाकत की और जम्मू-कश्मीर में इसी साल विधानसभा चुनाव करवाने की अपील की.
नई दिल्ली: फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और राज्य में विधानसभा चुनाव इसी साल कराने का अनुरोध किया. प्रतिनिधिमंडल ने मोदी से यह भी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि ऐसा कोई कदम ना उठाया जाए जिससे कश्मीर घाटी में स्थिति बिगड़े. प्रतिनिधिमंडल ने करीब 20 मिनट तक प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मुलाकात के बाद बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को मौजूदा स्थिति और लोगों की शंकाओं से अवगत कराया. पार्टी के सांसद हसनैन मसूदी भी इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे.
Delhi: Lok Sabha MP from Srinagar and former Chief Minister of Jammu and Kashmir, Dr. Farooq Abdullah as well as former Chief Minister of J&K, Omar Abdullah called on Prime Minister Narendra Modi, today. pic.twitter.com/o4KBmZF32K
— ANI (@ANI) August 1, 2019
कोई कदम नहीं उठाया जाए जिससे घाटी में स्थिति खराब हो- उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला ने कहा, "हमने प्रधानमंत्री से दो मुद्दों पर बातचीत की. हमने उनसे कहा कि ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जाना चाहिए जिससे कश्मीर घाटी में स्थिति खराब हो. हमने उनसे यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव साल समाप्त होने से पहले कराए जाएं." उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बताया गया कि काफी कठिनाइयों के बाद कश्मीर घाटी में स्थिति में सुधार है, और यह पिछले साल से बेहतर है, लेकिन स्थिति किसी भी वक्त बिगड़ सकती है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा, "हमने उन्हें लोगों की भावना के बारे में बताया और यह भी जानकारी दी कि लोगों में तनाव है." यह पूछे जाने पर कि क्या इस दौरान संविधान के अनुच्छेद 35-ए को रद्द करने को लेकर लग रही अटकलों पर भी प्रधानमंत्री के साथ चर्चा हुई, उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने इसके बारे में निर्दिष्ट नहीं किया. उन्होंने कहा, "लेकिन, जब हम कहते हैं कि कोई कदम नहीं उठाना चाहिए, इसका मतलब है इसमें सभी मुद्दे आते हैं, अनुच्छेद 35-ए और अनुच्छेद 370 भी. हमारा मत है कि एक नई सरकार बने और इस पर फैसला ले. लोगों को तय करने देते हैं कि वे किसे चुनना चाहते हैं. हम लोगों के फैसले को स्वीकार करेंगे."
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात बेहद सौहार्दपूर्ण रही और मोदी ने उन्हें अपनी भावनाओं (जम्मू कश्मीर पर) से अवगत कराया. प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से क्या कहा इसका खुलासा न करते हुए उमर ने कहा, "हम बैठक से संतुष्ट हैं."
महबूबा मुफ्ती की अपील, जम्मू कश्मीर के राजनीतिक दल एकजुट रुख अपनाए
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की जम्मू कश्मीर के राजनीतिक दलों द्वारा एकजुट रुख अपनाए जाने की अपील पर उन्होंने कहा कि रविवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक रविवार को होगी और उसमें इस पर फैसला लिया जाएगा.
बाद में उमर ने एक ट्वीट में कहा, "हमने उनसे (मोदी से) अनुरोध किया कि हड़बड़ी में किसी तरह का कदम नहीं उठाया जाना चाहिए, जिससे राज्य में खासतौर पर घाटी में स्थिति और खराब हो. हमने खास तौर पर उनसे कहा कि न्यायालय के पास विचाराधीन मामलों को अदालतों द्वारा सुलझाने दिया जाए और अन्य मामलों का समाधान निर्वाचित सरकार द्वारा किया जाने दिया जाए." यह बैठक केंद्र द्वारा घाटी में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 100 अतिरिक्त कंपनियां भेजे जाने के बाद हुई है.
We requested him that no precipitous steps of any sort should be taken that may result in situation in the state, particularly the valley, worsening. We specifically asked him to let subjudice matters be settled by the courts & other matters be settled by an elected government.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 1, 2019
The meeting took place in a very cordial atmosphere & we are grateful to @narendramodi Sb for meeting with us today.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 1, 2019
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