नई दिल्लीः पंजाब की अमरिंदर सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू जबसे पाकिस्तान जाकर आए हैं, विवादों में घिरे हुए हैं. पहले पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल बाजवा को गले लगाने को लेकर उन पर हमले बोले गए. अब करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जाने की कथित रुप से अनुमति देने पर पाकिस्तान को धन्यवाद देने को लेकर सिद्धू को आड़े हाथों लिया जा रहा है. हालांकि अब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने सिद्धू का बचाव किया है. उन्होंने कहा है जिस तरह सिद्धू के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है उससे पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते और खराब होंगे. जबकि दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधरना बहुत जरूरी है.


फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान में इमरान के प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें नई दिल्ली और इस्लामाबाद में संबंध बेहतर होने की उम्मीद है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नक्शे कदम पर चलने की उम्मीद जाहिर की. वाजपेयी पड़ोसी देश के साथ संबंध बेहतर करना चाहते थे. श्रीनगर से सांसद अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘इमरान के पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद, हमें पाकिस्तान और भारत के बीच संबंध बेहतर होने की उम्मीद है जो हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे मसले तभी हल हो पाएंगे, जब दोनों के बीच मित्रतापूर्ण माहौल होगा.’’

अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘वाजपेयी जैसे आरएसएस और जन संघ नेता जब पाकिस्तान जा सकते हैं और कहते हैं कि भारत, पाकिस्तान को एक देश के तौर पर स्वीकारता है और उसके साथ दोस्ताना संबंध चाहते हैं तो मैं उम्मीद करता हूं कि देश के प्रधानमंत्री (मोदी) इस बारे में सोचेंगे और इस दिशा कदम उठाएंगे.’’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों के अच्छे मित्र की तरह रहने पर ही क्षेत्र में विकास हो सकता है.

सिद्धू क्यों गा रहे हैं पाकिस्तान के गुण
पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद खान के मुताबिक उनकी सरकार करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने के लिए राजी है जिसे गुरु नानकजी की 550वीं जयंती पर खोला जाएगा. नवजोत सिंह सिद्धू की मानें तो यही वो कारण है जिसकी वजह से उन्होंने 18 अगस्त को जनरल बाजवा को गले लगाया था. हालांकि दोनों देशों की तरफ से इस बात को लेकर कोई पुख्ता बयान जारी नहीं किया गया है लेकिन करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलने की उम्मीद ही वो कारण है जिस वजह से नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान की लगातार तारीफ कर रहे हैं. पंजाब के लोग इसकी लगातार मांग भी करते रहे हैं.

पंजाब के लिए करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलना बहुत बड़ी बात है. अगर ऐसा हुआ तो ये ऐतिहासिक घटना होगी जिसका पूरे पंजाब की राजनीति पर असर होगा. अगर ऐसा हो जाता है तो इसका सारा श्रेय नवजोत सिंह सिद्धू को जाएगा. लिहाजा सिद्धू ने ये भी कह डाला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पाकिस्तान से वापस आये तो पठानकोट में आतंकवादी हमला हो गया. लेकिन जब मैं वापस आया तो कुछ 'नोक-झोंक' होने पर मेरे दोस्त (इमरान खान) का संदेश आया कि हम शांति चाहते हैं. आप एक कदम बढेंगे और हम दो कदम बढेंगे.'' इस तरह से नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के साथ रिश्ते बेहतर होने की बात कह रहे हैं और इसका श्रेय लेना चाहते हैं ऐसा संदेश जा रहा है.


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