Farooq Abdullah On India-China Meeting: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भारत की चीन से हुई बात को लेकर गुरुवार (23 फरवरी) को सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि चाइना से बात हो सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं हो रही.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में कहा, ''चीन हमारे सरहद पर बैठा है. वो हमारे अंदर घुसे हुए हैं, लेकिन हम उनसे बात करते हैं तो हम पाकिस्तान से बात क्यों नहीं कर रहे हैं? वो बात करने को तैयार है लेकिन ये बात नहीं करते.'' दरअसल हिंदुस्तान और चाइना ने बुधवार (22 फरवरी) को बीजिंग में कूटनीतिक वार्ता की और पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर टकराव वाले बचे स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने के प्रस्तावों पर चर्चा की थी.
मामला क्या है?
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि दोनों देशों ने बीजिंग में भारत-चीन सीमा विषय पर विचार विमर्श एवं समन्वय के कार्यकारी तंत्र (WMCC) मीटिंग की थी.मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने वर्तमान समझौते और प्रोटोकॉल के तहत जल्द ही 18वें चरण की वरिष्ठ सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की थी.
चीन ने क्या बताया?
चीनी विदेश मंत्रालय ने मीटिंग के बाद एक बयान में कहा गया है कि भारत और चीन सीमा पर स्थिति और भी स्थिर करने के लिए दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी अहम सहमति का सक्रियता से क्रियान्वयन करने के लिए सहमत हुए. बयान में कहा गया है कि दोनों देशों ने बॉर्डर पर तनाव घटाने पर चर्चा की और सीमा पर स्थिति को एक समान्यीकृत प्रबंधन के चरण में ले जाने के लिए काम करने को सहमत हुए.
बता दें कि पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद पांच मई 2020 से ही पूर्वी लद्दाख में गतिरोध बना हुआ है. दोनों पक्षों के बीच कई दौर की वार्ता होने के बाद उन्होंने पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तटों और गोगरा क्षेत्र से अपने-अपने सैनिकों को पीछे हटाया है.
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