Lok Sabha Election 2024: 'पीएम मोदी के खिलाफ क्यों नहीं हो सकते हैं चेहरा', फारूक अब्दुल्ला ने इस नेता का लिया नाम
Farooq Abdullah On PM Candidate 2024: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने लोकसभा चुनाव को लेकर हो रही विपक्षी एकजुटता की कोशिश को अच्छी पहल बताया है.
PM Candidate 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का चेहरा कौन होगा? ये सवाल लगातार उठ रहे हैं. इस बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन का जिक्र किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम चेहरे को लेकर बाद में फैसला होगा.
डीएमके प्रमुख स्टालिन के जन्मदिन पर आयोजित रैली में पहुंचे फारूक अब्दुल्ला ने चेन्नई में कहा, ''हम जब एक साथ होंगे तो जीतेंगे. इसके बाद हम निर्णय लेंगे कि देश को एक साथ करने के लिए सबसे सही कौन है.''
मु्ख्यमंत्री एमके स्टालिन के प्रधानमंत्री पोस्ट का चेहरा होने के सवाल पर अब्दुल्ला ने कहा कि क्यों नहीं? वो पीएम क्यों नहीं बन सकते?. इसमें गलत क्या है. अब्दुल्ला डीएमके की रैली में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे हैं.
'अच्छी शुरूआत है'
डीएमके पार्टी की विपक्षी एकता को जोर देने की कोशिश पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भारत विविधता में एकता का देश है, अगर हम विविधता की रक्षा करेंगे तो हम एकता की रक्षा करेंगे और इसलिए मुझे लगता है कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एकजुट करने की कोशिश अच्छी शुरूआत है.
When we all unite & win, it'll be at that time that they'll decide who is the best man to lead & unite this nation: Farooq Abdullah on Opposition's PM candidate
— ANI (@ANI) March 1, 2023
"Why not? Why can't he become the PM? What is wrong about it?" he says, when asked if MK Stalin can be a PM candidate pic.twitter.com/RHTU2ioUr1
दरअसल स्टालिन के जन्मदिन के अवसर पर द्रमुक ने चेन्नई में एक विशाल रैली आयोजित की है, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई वरिष्ठ नेता शिरकत करेंगे. रैली में जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव, बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दलके नेता तेजस्वी यादव भी शामिल होंगे.
लगातार हो रही कोशिश
विपक्षी एकजुटता की कई दल आए दिन कोशिश कर रहे हैं. इसी को लेकर हाल ही में तेलंगाना के सीएम केसीआर ने रैली की थी. इसमें भी अरविंद केजरीवाल सहित कई विपक्षी नेता पहुंचे थे. बीजेपी के खिलाफ सभी पार्टियों को एकसाथ लाने के लिए नीतीश कुमार भी प्रयास कर रहे हैं.