Farooq Abdullah Profile: जम्मू-कश्मीर में कई दशकों तक राजनीति के हर पहलू को करीब से देखने के बाद अब फारूक अब्दुल्ला संन्यास की तरफ बढ़ चुके हैं. फारूक अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और उनके बाद बेटे उमर अब्दुल्ला को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है. उन्होंने इस्तीफा देते हुए खुद इस बात का जिक्र किया कि अब नई पीढ़ी को कमान सौंपने का वक्त आ चुका है. अब इस राजनीति के दिग्गज ने मैदान छोड़ने का ऐलान किया है तो आइए उनके पूरे राजनीतिक सफर के बारे में जान लेते हैं. 


फारूक अब्दुल्ला का जन्म 21 अक्टूबर 1937 को श्रीनगर में हुआ था. इसके बाद वो इंग्लैंड चले गए और वहां अपनी पढ़ाई पूरी की. फारूक अब्दुल्ला का भारत आने का कोई खास प्लान नहीं था, लेकिन उनके अब्बा शेख अब्दुल्लाह की बीमारी के चलते उन्हें वतन वापसी करनी पड़ी. फारूक अब्दुल्ला 1975 में भारत लौटे. तब उनके पिता की राजनीतिक विरासत संभालने की जिम्मेदारी उन पर थी. हालांकि इसमें उनकी ब्रिटिश नागरिकता ने अड़चन पैदा की. बाद में उन्हें भारतीय नागरिकता मिलने पर उन्होंने राजनीति में अपने कदम रखे. 



  • फारूक अब्दुल्ला पहली बार साल 1980 में सांसद के तौर पर चुने गए. ये किसी भी चुनाव में उनकी पहली जीत थी और इसके बाद अब्दुल्ला ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. 

  • साल 1982 में फारूक अब्दुल्ला पहली बार विधायक बने और इसके बाद पांच बार विधायक रहे. 1982 से 83 तक उन्होंने जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभाला

  • जम्मू-कश्मीर में पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए फारूक अब्दुल्ला ने इतनी पकड़ बना ली थी कि 1983 में उन्हें जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री चुना गया. इसके बाद वो तीन बार यहां मुख्यमंत्री के पद पर रहे. 

  • फारूक अब्दुल्ला फरवरी 2009 में दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गए. इसी साल उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की. 

  • 31 मई 2009 से लेकर मई 2014 तक फारूक केंद्र सरकार में नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री के पद पर रहे. इस दौरान वो अपनी पार्टी के अध्यक्ष पद पर भी थे. 


फारूक अब्दुल्ला भले ही अपनी राजनीति के लिए जाने जाते हों, लेकिन उन्हें लेकर कई दिलचस्प किस्से भी खूब चर्चा में रहे. फारूक के कई बॉलीवुड एक्ट्रेसेस के साथ रिश्तों की खबरें कई बार सामने आईं. इसके अलावा उन्हें मोटरसाइकिल चलाने का खूब शौक था. फारूक तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने का भी शौक रखते थे. 


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