नई दिल्ली: लोकसभा सदस्य और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला सोमवार से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में शामिल होने के लिए रविवार को दिल्ली पहुंचे.


जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद फारूक अब्दुल्ला पहली बार संसद सत्र में हिस्सा लेंगे. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष पिछले दो सत्रों के दौरान हिरासत में थे. पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को संसद में रखा गया था और 82 वर्षीय नेता को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया था.


पार्टी नेताओं ने बताया कि कश्मीर घाटी के नेता अब्दुल्ला इस सत्र के दौरान जम्मू और कश्मीर मुद्दे को उठाने के इच्छुक हैं. सोमवार से शुरू होने वाला मानसून सत्र 18 दिन यानी एक अक्टूबर तक चलेगा.


कोरोना काल में हो रहा मानसून सत्र
संसद का मानसून सत्र इस बार 14 सितंबर से शुरू होकर 1 अक्टूबर तक चलेगा. 18 दिन तक चलने वाले सत्र में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जाएगा. इस बार लोकसभा और राज्यसभा दो पालियों में चलेंगीं, रोजाना सुबह 9 बजे से 1 बजे तक राज्यसभा का सत्र चलेगा, उसके बाद दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक लोकसभा का सत्र चला करेगा.


बीच के 2 घण्टे में संसद को सैनिटाइज करने का कार्य होगा. कोविड-19 के चलते संसद सत्र में भाग लेने वाले सभी सांसदों, लोकसभा और राज्यसभा के कर्मचारियों को RT-PCR कोरोना टेस्ट कराना होगा.


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