नई दिल्ली: राम मंदिर पर जारी सियासी तल्खी के बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आज कहा कि भगवान राम सारी दुनिया के हैं, सिर्फ हिन्दुओं के नहीं हैं. इस मसले को कोर्ट में क्यों घसीटा जाए?


उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "इस मुद्दे (अयोध्या मु्ददे) पर चर्चा होनी चाहिए, और इसे बातचीत की मेज पर बैठकर लोगों द्वारा हल किया जाना चाहिए. इसे कोर्ट में क्यों घसीटा जाना चाहिए? मुझे भरोसा है कि इसे बातचीत से हल किया जा सकता है. भगवान राम सारी दुनिया के हैं, सिर्फ हिन्दुओं के नहीं."





फारुक अब्दुल्ला ने आगे कहा, ''भगवान राम से किसी को बैर नहीं है न होना चाहिए. कोशिश करनी चाहिए सुलझाने की और बनाने की. जिस दिन ये हो जाएगा मैं भी एक पत्थर लगाने जाऊंगा. जल्दी समाधान होना चाहिए.''


अयोध्या भूमि विवाद: मात्र 30 सेकेंड के फैसले में SC ने कहा- 10 जनवरी को तीन जजों की बेंच तय करेगी सुनवाई की तारीख


उनसे राम मंदिर पर आज सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई को लेकर प्रतिक्रिया मांगी गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि तीन जजों की पीठ 10 जनवरी को तारीख तय करने के मसले पर सुनवाई करेगी. बीजेपी के कुछ नेताओं और वीएचपी ने इसे निराशाजनक बताया है. वीएचपी ने एक बार फिर आज कानून लाए जाने की मांग दोहराई.


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