Farooq Abdullah On No Confidence Motion: विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में लगातार दूसरे दिन बुधवार (9 अगस्त) को चर्चा हुई. इस दौरान जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. 


नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने लोकसभा में कहा, ''मुझे आप (केंद्र सरकार) बताओ कि कितने कश्मीरी पंडित को आप वापस ले आए. ऐसा मत कहिए कि हम पाकिस्तानी हैं.''


उन्होंने कहा, ''हमें इस राष्ट्र का हि्स्सा होने पर गर्व है. ऐसे में देश की जिम्मेदारी सिर्फ हिंदू ही नहीं, मुस्लिम, सिख और ईसाई सहित जो भी लोग भारत में रहते उनके प्रति बनती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक कलर का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. पीएम मोदी भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसे आप नजरअंदाज नहीं कर सकते. मैं गलती करता हूं और आप भी गलती करते हैं. कौन कहता है कि हम परफेक्ट हैं. क्या आपको याद है कि तत्कालीन सीएम ने कश्मीरी पंडितों को घर वापस लाने का प्रयास किया.''


फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान को लेकर क्या बोले?
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''केंद्र सरकार कहती है हमने पर्यटन दिया. मेरा कहना मोहब्बत दो. क्या आप जानते हैं कि जी-20 के सदस्य को आप गुलमर्ग भी नहीं लेकर जा सकते हैं. ऐसे में कहते हैं कि शांति आ गई. पड़ोसी (पाकिस्तान) अभी भी खेल रहा है. याद रखिए कि अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं बदल सकते. आपके नेता की बात है. माने ना माने. दम है तो युद्ध कर लीजिए. ''


फारूक अब्दुल्ला ने और क्या कहा?
सांसद फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, ''गुजराल साहब पीएम थे. निर्दोष कश्मीरी पंडितों को मारा गया. हमने कश्मीरी पंडितों को घर लाने का प्रयास किया. आप दस साल में कितने कश्मीरी पंडित वापस घर लेकर आए. एक भी नहीं लेकर आए '' 


उन्होंने कहा, ''मत भूलो कि मैं सीएम था और विधानसभा में बैठा था. वो विधानसभा पर हमला करने आए लेकिन मैं यहां से पांच मिनट पहले ही गर्वनर से मिलने निकला था. हमला करने वाले सवाल कर रहे थे कि फारूक अब्दुल्ला कहां है? हमलावरों ने 40 लोगों को मारा. हम खड़े रहे क्योंकि हम देश के साथ हैं. ऐसे में ये मत कहिए कि हम राष्ट्र का हिस्सा नहीं हैं. ये मत बोलिए कि हम पाकिस्तानी हैं.'' 






केंद्र सरकार ने क्या कहा?
फारूक अब्दुल्ला के बोलने के दौरान ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय खड़े हुए और उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की वापसी हो रही है. उनको रोजगार भी मिल रहा है. अब्दुल्ला गुमराह कर रहे हैं. ये ठीक नहीं है. इस पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''सुनने की आदत डालिए. आपका तरीक देश को खतरे में डाल रहा है.''


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