Jammu Kashmir Migrant Pandits: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार, 12 अक्तूबर को कहा कि उनकी पार्टी और वह कश्मीरी पंडितों की घर वापसी का इंतजार कर रहे हैं, जो 1990 के दशक की शुरुआत में हुए पलायन के दौरान अपने घरों से मजबूरन बाहर चले गए थे.


जब एक मीडियाकर्मी ने कश्मीरी पंडितों के बारे में सवाल किया तो अब्दुल्ला ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि हमारे भाई-बहन, जो यहां से चले गए थे, वापस आकर अपने घरों में बसेंगे. अब समय आ गया है कि वे अपने घरों को लौटें. हम केवल कश्मीरी पंडितों के बारे में नहीं सोचते, बल्कि जम्मू के लोगों के बारे में भी सोचते हैं."


'हिंदू-मुस्लिम में नहीं करते भेदभाव'


फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी हिंदू और मुस्लिम के बीच भेदभाव नहीं करती है और सभी को समान रूप से देखती है. "कश्मीर में सभी के लिए जगह है."  फारूक अब्दुल्ला ने यह भी स्पष्ट किया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस कश्मीरी पंडितों की दुश्मन नहीं है. उन्होंने कहा कि पंडितों को कश्मीर वापस आकर अपने घरों की देखभाल करनी चाहिए और उनका स्वागत खुले दिल से किया जाएगा.


'कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए सरकार उठाएगी कदम'


अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि उनकी सरकार कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए सभी व्यवस्थाएं और पहल करेगी. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उनकी वापसी बहुत पहले हो जानी चाहिए थी. उन्हें वापस आकर अपने घरों में रहना चाहिए. हमें उनका अच्छे से स्वागत करना चाहिए, ताकि वे भी महसूस करें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार उनकी दुश्मन नहीं है. हम भारतीय हैं और हम सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं."


नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने शुक्रवार, 11 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का दावा पेश किया. एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 90 सीटों वाली विधानसभा में गठबंधन ने 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया है. 


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