Shiv Sena Symbol: महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) के दो फाड़ होने के बाद यहां की राजनीति गरमाई हुई है. शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) में खींचातानी चल रही है. इन सब के बीच नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता एकनाथ खड़से (Eknath Khadse) ने उद्धव ठाकरे पर तंज कसा है और चुनाव आयोग के शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह जब्त कर लेने पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
एनसीपी नेता एकनाथ खड़से ने रविवार, 9 अक्टूबर 2022 को कहा कि निर्वाचन आयोग ने शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न जब्त किया है वो बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के पार्टी को खड़ा करने के लिए की गई मेहनत का याद करते हुए खड़से ने कहा कि जिसे हासिल करने के लिए पिता ने बड़ी मुश्किलों का सामना किया उसे बेटे ने राजनीतिक लड़ाई के चलते मिनटों में गंवा दिया.
धनुष और तीर बाल ठाकरे की वजह से हुआ लोकप्रिय
बीजेपी के पूर्व नेता खड़से ने कहा कि ‘‘तीर और धनुष’’ चुनाव चिह्न बाल ठाकरे के अथक प्रयास की वजह से लोकप्रिय हुआ था. ठाणे के डोम्बिवली में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि वो (बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे) अपने चुनाव चिह्न के साथ सत्ता में आए थे, लेकिन दो (उद्धव ठाकरे और शिवसेना बाकी और महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे) की लड़ाई में सबकुछ खो दिया जिसका नतीजा है कि चुनाव चिह्न जब्त हो गया. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.
शिंदे-उद्धव नहीं कर पाएंगे नाम और चिन्ह का इस्तेमाल
चुनाव आयोग (Election Commission) के इस फैसले के बाद अब उद्धव (Uddhav Thackeray) और एकनाथ (Eknath Shinde) दोनों में से कोई भी गुट इस चुनाव चिन्ह का प्रयोग नहीं कर पाएगा. चुनाव आयोग दोनों ही गुटों को अलग-अलग सिंबल देगा जिस पर उपचुनाव के प्रत्याशी उतारे जाएंगे. चुनाव आयोग ने साफ कहा कि अंधेरी पूर्व में होने वाले उपचुनाव में दोनों गुटों में से किसी को भी शिवसेना का नाम और उसका चुनाव चिन्ह इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं है.
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