Vaibhav Gehlot ED Interrogation Today: राजस्थान में चुनावी दंगल के बीच जहां एक तरफ सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में कूद चुके हैं. वहीं दूसरी ओर सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत से आज शुक्रवार (27 अक्टूबर ) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी पूछताछ करेंगे. उनसे राजस्थान के जयपुर स्थित ईडी के दफ्तर में पूछताछ हो सकती है. सूत्रों ने बताया है कि FEMA केस में उनसे होने वाली इस पूछताछ के दौरान उनका बयान रिकॉर्ड किया जाएगा.
ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत दर्ज मामले में वैभव को नोटिस भेज कर आज (27 अक्टूबर 2023) शुक्रवार को दिल्ली या जयपुर स्थित दफ्तर में हाजिर होने के लिए कहा था.
12 साल पहले भी भेजा था समन
एबीपी न्यूज से खास बातचीत में वैभव ने गुरुवार को कहा था, "12 साल पहले भी मुझे ईडी ने समन भेजा था, तब भी हमने उनके साथ सहयोग किया था. उनके समन का जवाब दिया था. इस बार भी हमें अंदेशा था कि चुनाव के दौरान हमें फिर बुलाया जा सकता है और इस बार भी हम उनके समन का जवाब देंगे." उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह ईडी पूछताछ का हिस्सा बनेंगे. वैभव ने कहा,"मैं भागूंगा नहीं ना ही डरने वाला हूं. हर सवाल का जवाब दूंगा."
आय से अधिक संपत्ति का है मामला
ईडी सूत्रो ने बताया है कि राजस्थान टूरिज्म से जुड़े ट्राइटंस होटल एंड रिजॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड तथा वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड नाम के दो समूहों पर मनी लांड्रिंग के जरिए ज्ञात सोर्स से अधिक राशि जुटाने के आरोप लगे थे. वैभव गहलोत की कंपनी पर शैल कंपनियों के जरिए 100 करोड़ रुपये मॉरीशस भेजने के आरोप है. जून में राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने ईडी में इसकी शिकायत की थी. उन्होंने वैभव गहलोत पर होटल फेयरमाउंट में मॉरीशस की शैल कंपनी की ओर से करीब 100 करोड़ के निवेश के आरोप लगाए थे.
वैभव गहलोत की कंपनी के खिलाफ साल 2012 में भी बीजेपी ने आरोप लगाए थे. बाद में साल 2015-16 में ईडी ने जांच शुरू की थी. वैभव के बिजनेस पार्टनर रतन कांत शर्मा ने मार्च 2007 में ट्राइटन होटल्स एंड रिसोर्ट प्रा. लि. कंपनी रजिस्टर कराई थी. अप्रैल 2007 में इस कंपनी के 100 रुपये कीमत वाले 2 लाख 27 हजार शेयर रतन और उसकी पत्नी जूही के नाम थे. इसके अलावा 14 हजार 500 शेयर भी जूही के नाम थे. जुलाई 2011 में ट्राइटन होटल्स के 2500 शेयर मॉरीशस की कंपनी शिवनार होल्डिंग्स को 39 हजार 900 प्रीमियम पर दिए गए. इसके बाद ईडी में कंपनी, इसके निर्देशकों और प्रमोटरों के ठिकाने पर छापेमारी की थी.
1.2 करोड़ कैश हुए बरामद
इस साल अगस्त में भी तीन दिनों तक लगातार जयपुर, उदयपुर और मुंबई तथा दिल्ली में ठिकानों पर छापेमारी हुई थी, जिस दौरान 1.2 करोड़ रुपये की नगदी की जब्ती हुई थी. जांच में आय से अधिक संपत्ति का पता चला था. कंपनी से जुड़े रहे वैभव गहलोत से आज इसी सिलसिले में ईडी की पूछताछ का सामना करना है. सूत्रों ने बताया है कि गहलोत के खास कारोबारी रतन कांत शर्मा भी जांच के दायरे में हैं. इस पर ईडी आगे क्या कुछ करती है, यह देखने वाली बात होगी.