मुबई: फेक टीआरपी स्कैम में अब पांचवीं गिरफ्तारी हुई है. क्राइम ब्रांच ने विनय त्रिपाठी नाम के शख़्स को गिरफ़्तार किया है. विनय को उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर से गिरफ्तार किया है. विनय, हंसा रिसर्च का पूर्व एम्प्लॉयी है जो रिलेशनशिप मैनेजर के तौर पर काम करता था.
हंसा रिसर्च के अधिकारियों से बात करने पर पता चला था कि विनय त्रिपाठी ही विशाल भंडारी को घरो में कुछ तयशुदा चैनल चलाने के लिए पैसा दे रहा था. विशाल भंडारी के मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच ने रिमांड कॉपी मे हंसा रिसर्च कंपनी की शिकायत के ज़रिए बताया था कि विनय त्रिपाठी विशाल भंडारी को लोगो के घरों में 'इंडिया टुड' देखने के लिए पैसा दिया करता था.
चार आरोपियों की हिरासत कल हो रही है खत्म
टीआरपी घोटाले में गिरफ्तार चार आरोपियों विशाल भंडारी, बोमपेली राव मिस्त्री , शिरीष सतीश पट्टनशेट्टी और नारायण शर्मा की पुलिस हिरासत कल खत्म हो रही है. इन्हें कल किला कोर्ट में पेश किया जाएगा.
बता दें कि मुंबई पुलिस ने ‘टेलीविजन रेटिंग पॉइंट’ (टीआरपी) से छेड़छाड़ करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा करते हुए 8 अक्टूबर को कहा था कि इस मामले के संबंध में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. टीआऱपी मामले में रिपब्लिक चैनल का भी नाम आया था.
मुंबई पुलिस कमिश्नर दिलबाग सिंह ने कहा था कि छेड़छाड़ की हुई टीआरपी रेटिंग से विज्ञापन देने वालों को दर्शकों की गलत संख्या बताई जाती थी. उन्होंने कहा कि इस प्रकार टीआरपी के गलत आंकड़े दिखाकर सैकड़ों करोड़ रुपये का चूना लगाया जा रहा था.
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