नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का आज एम्स में 66 साल की उम्र में निधन हो गया. वह काफी लंबे समय से बीमार थे और एम्स में उनका इलाज चल रहा था. बीजेपी के लिए अगस्त का महीना काफी खराब रहा है. पार्टी के अनेक नेताओं का निधन अगस्त के महीने में हुआ है. जिन नेताओं का अगस्त महीने में निधन हुआ है उनमें- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अब पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली हैं.


सबके प्रिय थे अरुण जेटली, वायजेपी और मोदी दोनों प्रधानमंत्रियों के बेहद करीबी रहे


बता दें कि इन तीनों ही नेताओं ने बीजेपी को बनाने में काफी बड़ा योगदान दिया है. अटल बिहारी वाजपेयी दो सीटों वाली बीजेपी को केन्द्र की सत्त में लाए. उन्होंने अपनी राजनीतिक कुशलता से उत्तर से लेकर दक्षिण के राज्यों में बीजेपी का विस्तार किया. सुषमा स्वराज से लेकर अरुण जेटली ने भी पार्टी के विस्तार में अहम भूमिका निभाई. अरुण जेटली को पार्टी का प्रमुख रणनीतिकार माना जाता था. विधानसभा चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव में वो पार्टी की रणनीति बनाते थे.



पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का 66 साल की उम्र में निधन, आर्थिक मोर्चे पर इन फैसलों के कारण हमेशा याद रखे जाएंगे


अरुण जेटली ने वित्त मंत्री रहते हुए अनेक ऐसे फैसले लिए जिसे कि सालों तक याद रखा जाएगा. मोदी सरकार ने आर्थिक मोर्चे पर कई बड़े फैसले लिए जिनमें जीएसटी, आईबीसी प्रमुख हैं. अरुण जेटली ने वित्त मंत्री रहते हुए देश में महंगाई पर काबू पाया गया. एनपीए भार को बैंक के ऊपर से कम करने के अरुण जेटली ने अनेक प्रयास किए हैं. एसबीआई के समूह बैंक को एक करने में भी उनके प्रयास को याद रखा जाएगा.


अरुण जेटली का निधन: देशभर में शोक की लहर, अमित शाह-राजनाथ सिंह समेत कई राजनेताओं ने जताया दुख