नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का आज एम्स में 66 साल की उम्र में निधन हो गया. वह काफी लंबे समय से बीमार थे और एम्स में उनका इलाज चल रहा था. बता दें कि वित्त मंत्री रहते हुए अरुण जेटली ने देशहित में अनेक ऐसे फैसले लिए जिन्हें सालों तक याद रखा जाएगा. बीजेपी नेता अरुण जेटली का कद पार्टी में काफी बड़ा था और वह रणनीति में बनाने के माहिर माने जाते थे. पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में अरुण जेटली को पीएम के बाद दूसरा सबसे ताकतवर मंत्री माना जाता था.


आपको बता दें कि अरुण जेटली का कद पीएम मोदी के कार्यकाल में ही नहीं बल्कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के समय में भी काफी बड़ा था. उन्होंने वाजपेयी कैबिनेट में मंत्री रहते हुए काफी अहम भूमिका निभाई थी. जानकारी हो कि साल 2000 में अरुण जेटली को कानून, न्‍याय, कंपनी अफेयर और शिपिंग मंत्रालय का मंत्री बनाया गया था.


पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का 66 साल की उम्र में निधन, आर्थिक मोर्चे पर इन फैसलों के कारण हमेशा याद रखे जाएंगे


यहां यह भी बता दें कि अरुण जेटली विद्यार्थी जीवन से ही राजनीति में सक्रिय थे. वह साल 1974 में ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए थे. अरुण जेटली बीजेपी के सक्रिय सदस्य साल 1991 में बने. हिन्दी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं पर समान पकड़ होने के कारण वह टीवी की दुनिया में खासे लोकप्रिय हो गए. साल 1999 में अरुण जेटली को बीजेपी का प्रवक्ता नियुक्त किया गया था.


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