नई दिल्ली: देश का 9,000 करोड़ लेकर फरार विजय माल्या ने कल एक सनसनीखेज दावा किया. इस दावे में उसने कहा कि देश छोड़ने से पहले उसने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलकर सेटेलमेंट की पेशकश की थी. माल्या के इस दावे से देश में राजनीतिक भूचाल आ गया और जेटली के बचाव से उनके इस्तीफे की मांग तक कई बड़ी बातें हुईं. एक तरह जहां कांग्रेस लगातार अरूण जेटली और बीजेपी पर निशाना साध रही है तो वहीं बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस कर राहुल गांधी पर निशाना साधा. जिसके तुरंत बाद राहुल गांधी ने भी पीएल पुनिया के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर अरूण जेटली का इस्तीफा मांगा तो वहीं पीएम मोदी पर भी निशाना साधा.


तो चलिए 10 प्वाइंट्स में जानते हैं कि अभी तक इस विवाद में क्या क्या हुआ

1.  विजय माल्या ने कहा, ''मैंने पूरे मामले को सुलझाने के लिए भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी. मैं बैंकों का बकाया कर्ज चुकाने के लिए तैयार था, लेकिन बैंकों ने मेरे सेटलमेंट को लेकर सवाल खड़े किए.' संसद के सेंट्रल हॉल में वित्त मंत्री और माल्या के बीच 15-20 मिनट की मुलाकात, दोनों में हुई डील, जेटली इस्तीफा दें- राहुल गांधी

2. जैसे ही माल्या का ये बयान आया विवाद में फंसे जेटली को इस पर सफाई देनी पड़ी. उन्होंने कहा कि संसद के गलियारे में माल्या उनके साथ हो लिए थे, उनसे कोई औपचारिक मुलाकात नहीं हुई थी. माल्या के 'सेटलमेंट दावे' को जेटली ने किया खारिज, राहुल ने मांगा वित्तमंत्री का इस्तीफा

3. इसके बाद माल्या ने अरुण जेटली पर फिर निशाना साधते हुए कहा कि मैं संसद में जेटली से मिला था और उनसे कहा कि मैं लंदन जा रहा हूं, लेकिन हमारी आपस में कोई औपचारिक मुलाकात नहीं हुई थी और मुझे देश छोड़ने के लिए कहीं से कोई संकेत नहीं मिला था.'

4. इसके बाद कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि माल्या को देश छोड़ने की अनुमति कैसे मिल गई. देश जानना चाहता है कि जेटली और माल्या की उस बैठक में क्या हुआ था.

5. इस मुद्दे के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात को लेकर विजय माल्या के दावों के बाद विपक्षी दल मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज पूरे मामले की स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए कहा कि जेटली को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

6. विवाद को गरमाता देख केंद्र सरकार ने इस मुलाकात पर इंकार किया. सरकार से जुड़े सूत्रों ने माल्या से किसी भी मंत्री की मुलाकात की बात को खारिज किया.

7. मामले के तूल पकड़ने के बाद बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि, सोनिया गांधी और राहुल गांधी भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं और अप्रत्यक्ष रूप से किंगफिशर कंपनी पर गांधी परिवार का ही मालिकाना हक है.

8. इसके तुरंत बाद राहुल गांधी ने भी प्रेस कांफ्रेंस की और पीएल पुनिया के हवाले से आरोप लगाया कि वित्त मंत्री गलत जानकारी दे रहे हैं. संसद के सेंट्रल हॉल में एक मार्च को वित्त मंत्री जेटली और विजय माल्या की बाकायदा 15-20 मिनट तक बैठकर बातचीत हुई थी.

9. पीएल पुनिया ने अरूण जेटली पर निशाना साधते हुए कहा कि, मेरी चुनौती है कि ''सेंट्रल हॉल में सीसीटीवी कैमरा लगे हैं, वो सीसीटीवी फुटेज निकाल लें. इससे सच पता चल जाएगा. अगर मैं गलत हुआ तो राजनीति छोड़ दूंगा नहीं तो वो राजनीति छोड़ दें.''

10. इसके बाद राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि विजय माल्या के खिलाफ जो अरेस्ट नोटिस ता उसे इनफॉर्म नोटिस में किसने बदला.यह काम वही कर सकता है जिसके अंडर सीबी आई काम करती हो. वित्त मंत्री को बता देना चाहिए क्या डील थी. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.'