सरकार का बड़ा एलान, 10 बड़े बैंकों को मिलाकर 4 बैंक बनाए जाएंगे
वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने एक हफ्ते में दूसरी बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया है कि देश की अर्थव्यवस्था अच्छी हालत में है. इस बार उन्होंने बैंकों के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी.
नई दिल्लीः देश की अर्थव्यवस्था को लेकर चारों तरफ जताई जा रही चिंता से सरकार वाकिफ है और इसी के चलते एक हफ्ते में दूसरी बार इकॉनमी को लेकर सरकार की ओर से स्पष्टीकरण दिया जा रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज घरेलू अर्थव्यवस्था को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि देश की इकॉनमी सही हालात में हैं. उन्होंने बैंकों की अच्छी स्थिति के बारे में कहा कि इनके एनपीए (नॉन पफॉर्मिंग ऐसेट) कम हुए हैं और मुनाफा बढ़ा है जो अच्छी खबर है.
इसके अलावा वित्त मंत्री ने बैंकों के लिए एक बड़ा एलान करते हुए कहा है कि 10 बड़े बैंकों को मिलाकर 4 बैंक बनाए जाएंगे और इसके लिए 4 मर्जर किए जाएंगे. पहले मर्जर में पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड और ओरिएंटल बैंक का विलय होगा. दूसरे मर्जर में यूनियन बैंक, आंध्र बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक का विलय होगा. तीसरे मर्जर के तहत केनरा बैंक, सिंडिकेट बैंक का विलय होगा और चौथे मर्जर के तहत इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय होगा.
पंजाब नेशनल बैंक में ओबीसी बैंक और यूनाइटेड बैंक का विलय हो गया है. इसके साथ ही पंजाब नेशनल बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा जिसका 17.95 लाख करोड़ रुपये का बिज़नेस होगा. केनरा बैंक के साथ सिंडिकेट बैंक का विलय होने के बाद केनरा बैंक का बिज़नेस 15.20 लाख करोड़ रुपये का होगा जो कि चौथा सबसे बड़ा सरकारी बैंक होगा. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय होने के बाद 5वां सबसे बड़ा बैंक होगा. 14.59 लाख करोड़ का कारोबार होगा. इंडियन बैंक के साथ इलाहाबाद बैंक का विलय होने के बाद 7वां सबसे बड़ा बैंक होगा. इसका बिजनेस 8.08 लाख करोड़ रुपये का होगा.
वित्त मंत्री ने बताया कि कम समय में लोन रिकवरी बढ़ गई है और कर्ज वसूली रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. एनपीए में कमी आई है और ये 8.65 लाख करोड़ रुपये से घटकर 7.90 लाख करोड़ रुपये हो गया है यानी अब 7.90 लाख करोड़ का एनपीए बचा है. 2019 में 1 लाख 21 हजार 76 करोड़ की रिकवरी हुई है जो काफी अच्छी कही जा सकती है. इसके अलावा 18 पब्लिक सेक्टर बैंकों में से 14 सरकारी बैंक फायदे में है, बैंकों का मुनाफा बढ़ा है.
भगोड़ों की संपत्ति पर कार्रवाई जारी रहेगी. नीरव मोदी जैसे मामले रोकने के लिए सतर्कता बढ़ाई गई है. बैंकों में कई बड़े सुधार किए गए हैं और इसके अलावा देश में 3 लाख फर्जी कंपनियां बंद की गई है. 250 करोड़ रुपये से ज्यादा के लोन की मॉनिटरिंग के लिए स्पेशलाइज्ड एजेंसियां बनाई गई हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों ने उपभोक्ताओं के हित में घोषणाएं की हैं जिसका फायदा उन्हें जल्द मिलेगा. बैंकों में अच्छे प्रबंधन के लिए काम किए जाएंगे. देश की इकॉनमी को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने पर काम जारी है.
इसके अलावा वित्त मंत्री ने कहा कि बैंक रिपो रेट से लिंक कर लोन प्रोडक्ट उपलब्ध कराएंगे. अब तक 8 बैंकों ने यह सुविधा लांच की है. लोन लेने की प्रक्रिया को सरल किया जा रहा है. 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए एक मजबूत बैंकिंग सिस्टम जरूरी है. 3.38 लाख शेल कंपनियां बंद हो चुकी हैं. अर्ली वार्निंग सिग्नल सिस्टम स्पेशलाइज्ड मैकेनिज्म से 250 करोड़ से अधिक के लोन का मॉनिटर किया जा रहा है. लोन मैनेजमेंट सिस्टम रिटेल और एमएसएमई में लागू किया गया और नीरव मोदी जैसे मामले में बैंक फ्रॉड को रोकने के लिए सीबीएस से स्विफ्ट मेसेज को लिंक किया गया.
वित्त मंत्री ने बताया कि बैंकों से कहा गया है कि बैंक शाखाओं में पर्याप्त संख्या में अधिकारी और कर्मचारी उपलब्ध हों ताकि ग्राहकों को रकम जमा-निकासी, लोन लेने या दूसरे बैंकिंग सुविधा लेने में किसी तरह की दिक्कत न हो. बैंकों के विलय से सरकार आर्थिक विकास का लक्ष्य हासिल करेगी.
वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार ने बैंक ऑफ बड़ौदा में देना और विजया बैंक के विलय के अच्छे नतीजे से उत्साहित होकर कई और बैंकों के विलय का फैसला किया है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने दावा किया है कि देश को 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लक्ष्य में बैंकों के विलय से काफी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि इससे बैंकों में गवर्नेंस में भी सुधार होगा साथ ही वो बेहतर तरीके से काम कर पाएंगे.