Monsoon Session: महंगाई पर वित्त मंत्री का राज्यसभा में जवाब, 'कीमतों में वृद्धि की बात से कोई इनकार नहीं कर रहा, लेकिन...'
Parliament Session: भारतीय अर्थव्यवस्था, हमारे कई समकक्ष समूहों और कई विकसित अर्थव्यवस्थाओं में मौजूद स्थिति की तुलना में निश्चित रूप से बहुत बेहतर है. इसका मतलब यह नहीं है कि हम भाग रहे हैं.
Indian Economy: देश में बढ़ती महंगाई (Inflation) को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज राज्यसभा (Rajyasabha) में जवाब देते हुए कहा है कि कोई इस बात से कोई इनकार नहीं कर रहा है कि महंगाई नहीं है लेकिन विश्व के अधिकतर देशों से भारत (India) की आर्थिक स्थिति (Economic Situation) बेहतर है. उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है कि विपक्ष हमेशा उद्योगपतियों (Industrialist) का नाम लेकर बहस को भटकाने का काम करता है.
उन्होंने आगे कहा कि कोई इस बात से इंकार नहीं कर रहा कि कीमतें बढ़ी हैं. हम भाग नहीं रहे. हमारी महंगाई दर का एक बैंड रहता है, महंगाई दर 7% पर है. सरकार और RBI कोशिश कर रहे हैं कि इसे 7% से नीचे रखा जाए. विपक्ष को लेकर अपनी बात रखते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि विपक्ष कहता है कि जवाब नहीं दे रही सरकार. हम भाग रहे हैं...हम यहां चर्चा करने और उनका जवाब देने के लिए हैं. इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. जबकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण महंगाई और बढ़ती कीमतों को लेकर राज्यसभा में जवाब दे रही हैं.
Indian economy, compared to situation prevailing in many of our peer groups & in many of developed economies, is definitely much better. But that doesn't mean that we're running away...we're here to discuss&answer them. Nobody is saying, nobody is in a denial about price rise: FM pic.twitter.com/kLmnUZUNnv
— ANI (@ANI) August 2, 2022
विपक्ष की लगातार मांग के बीच आज राज्यसभा में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा हो रही है. स्थगन के बाद एक बार फिर से राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. वहीं, लोकसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई थी.
दूध दही पर जीएसटी को लेकर वित्त मंत्री का जवाब
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि अभी भी फुटकर विक्रेताओं को दूध दही आदि पर जीएसटी नहीं देना पड़ रहा लेकिन जिन कम्पनियों ने अपना ब्रांड बना रखा है उन पर जीएसटी लगाया गया है. जीएसटी से पहले भी दाल, रवा बेसन आदि पर वैट लगता था. यहां तक कि केरल में आटे पर भी एक से पांच प्रतिशत तक वैट लगता था. झारखंड में भी मैदा, सूजी और बेसन पर पांच प्रतिशत टैक्स लगता था. महाराष्ट्र में भी पनीर दूध लस्सी पर 6 प्रतिशत और बंगाल में भी पनीर पर 6 प्रतिशत वैट लगता था.
बंगाल का नाम आते ही टीएमसी का वॉकआउट
बंगाल (West Bengal) का नाम आते ही टीएमसी (TMC) सांसद डेरेक ने प्वाइंट ऑफ़ ऑर्डर उठा कर आपत्ति जताई. इसके बाद टीएमसी ने वाक आउट (Walk Out) कर दिया. नेता सदन पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि टीएमसी एक्सपोज़ हो गई है. तो वहीं वित्त मंत्री ने अपना जवाब देना जारी रखा और कहा कि अस्पताल के बेड की जहां तक बात है, आईसीयू और इमरजेंसी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है लेकिन अगर आप अस्पताल में 5 हज़ार या अधिक का कमरा ले रहे हैं तो उस पर जीएसटी लगाया गया है.
ये भी पढ़ें: Monsoon Session: महंगाई पर लोकसभा में वित्त मंत्री का जवाब- 'देश में मंदी की संभावना शून्य', कांग्रेस ने किया वॉकआउट