(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
गाजीपुर बॉर्डर झड़प मामला: 200 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ FIR, बीजेपी कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच हुई थी हाथापाई
इंदिरापुरम के क्षेत्राधिकारी अंशु जैन ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस ने गुरुवार शाम बीकेयू के जिला प्रमुख जितेंद्र सिंह की शिकायत के बाद झड़प के संबंध में एक और प्राथमिकी दर्ज की.
गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर हंगामा करने और बीजेपी कार्यकर्ताओं के वाहनों को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में 200 प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. नगर पुलिस अधीक्षक (द्वितीय) ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि ट्रांस हिंडन क्षेत्र (साहिबाबाद) के कौशांबी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच बुधवार को उस समय हाथापाई हो गई थी जब सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर जुलूस निकाल रहे थे, जहां प्रदर्शनकारी मुख्य रूप से बीकेयू के समर्थक नवंबर 2020 से डेरा डाले हुए हैं. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने एक बयान में कहा कि एकतरफा पुलिस कार्रवाई किसानों के विरोध को दबाने की कोशिश है.
अलग-अलग धाराओं में एफआईआप गर्ज
वहीं इंदिरापुरम के क्षेत्राधिकारी अंशु जैन ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस ने गुरुवार शाम बीकेयू के जिला प्रमुख जितेंद्र सिंह की शिकायत के बाद झड़प के संबंध में एक और प्राथमिकी दर्ज की. पुलिस ने कहा कि कौशांबी थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 323, 504 और 506 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
एफआईआर में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर बुधवार को गाजीपुर सीमा पर झड़प को भड़काने का आरोप है. बीकेयू पदाधिकारियों के अनुसार पहले पुलिस प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रही थी, जिसके कारण कई किसानों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया था. बीकेयू के मीडिया प्रभारी मलिक ने कहा, 'प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अब इन प्रदर्शनों को बंद कर दिया गया है.'
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