‘अधिकारियों का हिसाब-किताब करूंगा’ वाले बयान पर फंसे मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास, मऊ पुलिस ने दर्ज किया केस
मुख्तार अंसारी को 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में उनकी कथित भूमिका को लेकर गिरफ्तार किया गया था और वह तब से सलाखों के पीछे थे.
जेल में बंद माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी मौजूदा विधानसभा चुनाव में अपनी मऊ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. हाल ही में अब्बास अंसारी ने एक सार्वजनिक रैली में कथित तौर पर एक विवादित बयान दिया था. मऊ पुलिस ने अब अब्बास अंसारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. अब्बास सपा गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
एक सभा में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने कहा था कि मैं अखिलेश यादव से बात करके आया हूं. सरकार बनने के बाद वर्तमान सरकार द्वारा तैनात अधिकारियों का तबादला 6 महीनों तक नहीं होगा. मैं पहले इनसे हिसाब-किताब करूंगा. तब इन अधिकारी का तबादला होगा. इस केस में अब्बास के खिलाफ केस दर्ज हो गया है.
मऊ पुलिस ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रत्याशी अब्बास अंसारी के वायरल विडियों के संबंध में थाना कोतवाली पर आचार संहिता के उलंघन के सम्बन्ध में धारा 171च, 506 भादावि का अभियोग पंजीकृत किया गया है. इस संबंध में निवार्चन अधिकारी (RO) 356-मऊ सदर, मऊ को अग्रिम कार्यवाही हतु रिपोर्ट दी गयी है.’
मुख्तार अंसारी को 17 साल बाद मिली जमानत
माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी को करीब 17 साल जेल में बिताने के बाद 16 फरवरी को जमानत मिली थी. मुख्तार अंसारी को 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में उनकी कथित भूमिका को लेकर गिरफ्तार किया गया था और वह तब से सलाखों के पीछे थे. मुख्तार अंसारी पांच बार के विधायक हैं और 1996 से मऊ सदर सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें-
UP Election 2022: वीडियो शेयर कर अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर कसा तंज, कहा- बुलडोज़र बाबा अब...
रूस का 9वें दिन भी लगातार हमला जारी, यूक्रेन संकट पर प्रधानमंत्री मोदी कर रहे अहम बैठक