मुंबई: अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी के विवादित बयान को लेकर महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है. बीजेपी ने शरजील की गिरफ्तारी की मांग तेज करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है. बीजेपी उत्तर भारतीय मोर्चा के अध्यक्ष संजय पांडे ने बयान जारी कर कहा है कि हिंदुओं को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले शरजील को अगर महाराष्ट्र सरकार गिरफ्तार नहीं करती तो सीएम आवास के बाहर बैठकर आंदोलन करेंगे.


बता दें कि पुणे में 2 साल पहले हुई यलगार परिषद में विवाद हुआ हो गया था. जिसके बाद पुणे पुलिस ने इस कार्यक्रम पर रोक लगा दी थी. लेकिन इस बार रिटायर्ड जस्टिस बीजी कोलसे पाटिल ने फिर एक बार पुणे में यलगार परिषद के आयोजन को लेकर पुणे पुलिस से इजाजत मांगी. लेकिन 30 दिसंबर की जगह 30 जनवरी को आयोजन करने की इजाजत दे दी गई. इस प्रोग्राम में कई बुद्धिजीवियों को अपने विचार रखने के लिए आमंत्रित किया गया था. इसमें मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर भी कई वक्ताओं ने अपनी बातें रखीं. इसी दौरान शरजील उस्मानी ने लिंचिंग का उदाहरण देते हुए हिंदू समाज की बदलती मानसिकता पर टिप्पणी की जिस पर बवाल हो गया. कई लोगों ने इसे आपत्तिजनक बयान करार दिया है.


फडणवीस के पत्र के बाद हरकत में आइ उद्धव सरकार


महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने भी शरजील उस्मानी के विवादित बयान पर सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी. फडणवीस के लिखे पत्र के बाद सरकार एक्शन में नजर आई. मंगलवार देर रात पुणे में शरजील उस्मानी के खिलाफ हिंदू समाज की भावना आहत करने के मामले में एफआईआर दर्ज की है.


शरजील उस्मानी की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी चौतरफा सरकार पर दबाव बनाती हुई दिख रही है. इस कड़ी में आज पुणे बीजेपी ने पुणे पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता से मुलाकात कर उस्मानी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा है.


सूत्रों के मुताबिक हिंदू समाज पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद सीएम उद्धव ठाकरे भी इस मामले को लेकर सख्त हैं. लेकिन सवाल अभी बना हुआ है कि केवल एफआईआर दर्ज कर पुणे पुलिस खानापूर्ति करेगी या वाकई में शरजील की गिरफ्तारी जल्द हो पाएगी.


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