TRS MLA Horse Trading Case: साइबराबाद पुलिस ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के चार विधायकों को दल बदलने के लिए मनाने की कथित तौर पर कोशिश करने वाले तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. टीआरएस विधायक पायलट रोहित रेड्डी (Rohit Reddy) की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस एफआईआर (FIR) में कहा गया है कि दिल्ली के रहने वाले रामचंद्र भारती उर्फ सतीश शर्मा और हैदराबाद निवासी नंद कुमार दोनों बीजेपी (BJP) से जुड़े हुए हैं.
इन दोनों पर आरोप है कि वे टीआरएस विधायकों से मिले और पार्टी से इस्तीफा देकर अगले चुनाव में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया. ऐसा करने के लिए उन्हें 100 करोड़ रुपये की पेशकश की गई.
क्या लगा है आरोप?
पुलिस एफआईआर में यह भी कहा गया है कि आरोपियों ने विधायकों को यह भी कहा कि अगर वे बीजेपी में शामिल नहीं हुए, तो उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे और उनपर ईडी/सीबीआई के छापे मारे जाएंगे. विधायकों पर टीआरएस पार्टी के नेतृत्व वाली तेलंगाना सरकार (Telangana Government ) को गिराए जाने का भी दबाव बनाया गया. पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं सहित भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा 8 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है .
बीजेपी ने किया पलटवार
इस बीच केंद्रीय मंत्री और सिकंदराबाद से सांसद जी किशन रेड्डी (G Kishan Reddy) ने कहा, "बीजेपी को (सरकार गिराने) कोई जल्दी नहीं है, हम 2023 के चुनाव तक इंतजार करेंगे." उन्होंने मांग की है कि अगर टीआरएस में हिम्मत है तो राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के सिटिंग जज के सामने अपने आरोपों को साबित करें या मामले की सीबीआई (CBI) जांच पर सहमत हो जाए.
केंद्रिय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने पूरे मामले को मुख्यमंत्री केसीआर की स्क्रिप्ट करार देते हुए कहा कि टीआरएस का सिनेमा ‘फ़्लॉप’ हो गया, क्योंकि अभी तक पुलिस को कोई रकम बरामद नहीं हुई है और पुलिस के पास आरोपों को साबित करने के लिए कोई भी पुख्ता सबूत नहीं है. इस बीच बीजेपी ने पलटवार किया, होटल व्यवसायी मधु की टीआरएस के कई शीर्ष नेताओं के साथ फोटो जारी की, जिसमें सांसद जे संतोष भी शामिल हैं, जो सीएम केसीआर के भतीजे और करीबी विश्वासपात्र हैं.
बीजेपी ने की सीबीआई जांच की मांग
इस बीच तेलंगाना बीजेपी ने कथित टीआरएस विधायक खरीद मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. बीजेपी के राज्य महासचिव परमिंदर रेड्डी ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग को लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. बीजेपी विधायक ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की.
टीआरएस और बीजेपी कार्यकर्ता भिड़े
मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच मेडचल जिले में जब बीजेपी और टीआरएस कार्यकर्ता आमने-सामने आए तो तनावपूर्ण माहौल हो गया. जहां बीजेपी सीएम केसीआर का पुतला फूंक रही थी, जबकि टीआरएस पीएम मोदी का पुतला लेकर वहां पहुंच गए. दोनों गुटों ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. माहौल बिगड़ता देख पुलिस हरकत में आई और स्थिति पर काबू किया.
बीजेपी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन
राज्य के सड़क एवं भवन मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने धरना प्रदर्शन में भाग लेते हुए कहा कि केसीआर ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सवाल करने और उनके भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने की हिम्मत रखते हैं. उन्होंने नारेबाजी करते हुए चेतावनी दी कि तेलंगाना में बीजेपी के 'डर्टी गेम' काम नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि केसीआर देश में अकेले हैं जो मोदी और अमित शाह के भ्रष्टाचार पर सवाल उठा रहे हैं. इसलिए प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने केसीआर को बांधने के लिए तेलंगाना सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची है. टीआरएस (TRS) विधायक ने बीजेपी (BJP) पर लोगों की चुनी गई महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश और कर्नाटक की सरकारों की अवैध रूप से उखाड़ फेंकने का आरोप लगाया. मंत्री ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी जल्द ही विधायक खरीद के वीडियो जारी करेगी.
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