Firing in Bathinda military Station: पंजाब के बठिंडा स्थित देश का एक महत्वपूर्ण मिलिट्री स्टेशन बुधवार (12 अप्रैल) सुबह 4.35 बजे गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. फायरिंग मिलिट्री स्टेशन के 80 मीडियम रेजीमेंट आर्टिलरी ऑफिसर्स मेस में हुई. दक्षिण पश्चिमी कमांड मुख्यालय ने घटना में 4 जवानों के मारे जाने की पुष्टि की है. हालांकि, आतंकी घटना से इनकार किया है. बठिंडा के एसएसपी ने कहा कि यह आतंकी घटना नहीं है. भटिंडा मिलिट्री स्टेशन को बंद कर दिया गया है. सर्च ऑपरेशन जारी है. 


पंजाब पुलिस के सूत्रों ने एएनआई समाचार एजेंसी को बताया कि बठिंडा सैन्य स्टेशन पर गोलीबारी के पीछे कुछ सैन्यकर्मी हो सकते हैं. इसमें कहा गया है कि 28 कारतूस वाली एक इंसास राइफल करीब दो दिन पहले लापता हो गई थी. 


रक्षा मंत्री करेंगे बैठक


प्रोटोकॉल के मुताबिक रक्षा मंत्री को घटना की जानकारी दी गई है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए)  अजित डोभाल को भी बताया गया है. थोड़ी देर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सेनाध्यक्ष मुलाकात कर बठिंडा के मसले पर पूरी जानकारी देंगे.


एसएसपी ने कहा- आतंकी घटना नहीं


बठिंडा के एसएसपी गुलनीत खुरुना ने कहा कि सेना के द्वारा शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, किसी आतंकी खतरे का शक नहीं है. उन्होंने कहा कि मिलिट्री स्टेशन के अधिकारियों ने अभी तक पीड़ितों की पहचान की पुष्टि नहीं की है.


सेना ने जारी किया बयान


भारतीय सेना ने एक बयान में कहा है कि "बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग की घटना के दौरान एक आर्टिलरी यूनिट के चार जवानों की गोली लगने से मौत हो गई. किसी अन्य जवान को चोट या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं है. इलाके को सील कर दिया गया है और पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त जांच की जा रही है. दो दिन पहले लापता हुए 28 राउंड के साथ एक इंसास राइफल के शामिल होने के संभावित मामले सहित सभी पहलुओं का पता लगाया जा रहा है."


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