उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रविवार को आरएलडी नेता और पूर्व ब्लॉग प्रमुख हाजी यूनुस के काफिले पर गोलीबारी की गई, जिसमें एक की मौत हो गई है और 4 लोग घायल हैं.  घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने बताया कि इस हमले के पीछे यूनुस के भतीजे अनस का हाथ होने का शक जताया गया है, जोकि वर्तमान में जेल में बंद हैं. मामले की जांच के लिए 5 अलग-अलग टीमें बनाई गईं हैं


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख के काफिले पर उस समय हमला किया गया, जब वह कोतवाली देहात क्षेत्र के भाईपुर गांव में शादी समारोह में शामिल होकर मिर्जापुर गांव लौट रहे थे. इस गोलीकांड में 5 लोग घायल हुए थे, जिसमें से एक की मौत हो गई है और 4 लोग अभी घायल हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि कार में आए हमलावरों ने रजवाहा पुल के पास काफिले पर गोलीबारी की.






हाजी यूनुस ने शनिवार को बसपा का दामन छोड़कर आरएलडी का हाथ थामा है. हाजी यूनुस दो बार बसपा से टिकट पाकर चुनाव लड़ चुके हैं. इस मामले पर मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार ने बताया, हाजी यूनुस विवाह समारोह में शामिल होने के बाद जब तीन गाड़ियों के काफिल के साथ निकल रहे थे, तब रास्ते में एक छोटी पुलिया पड़ती है, जहां कुछ लोग खड़े थे. पुलिस छोटी होने के कारण स्पीड स्लो हो जाती है. उन लोगों ने काफिले पर हमला किया, जिसमें 5 लोग घायल हो गए. बाद में एक की अस्पताल में मौत हो गई. फिलहाल बाकी घायल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. 






आईजी ने बताया कि पुलिस को इस मामले में कई सुराग मिले हैं. जांच के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं. जो भी इस घटना में शामिल हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.  बता दें कि यूनुस दो बार के बसपा विधायक रहे हाजी अलीम के भाई हैं. अलीम की वर्ष 2018 में उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.


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