अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना, आतंकी हमले के अलर्ट के बीच कड़ी सुरक्षा
तीर्थयात्री अगले दिन यानि 28 जून को पैदल ही 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना होंगे. इससे तीर्थयात्रा की शुरूआत हो जाएगी.
जम्मू: कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ यात्रा आज से शुरू हो गई है. जम्मू से अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था रवाना हो गया है. जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से यात्रियों का पहला जत्था श्रीनगर के लिए रवाना हुआ. ये जत्था कल बाबा बर्फानी की गुफा में पवित्र शिव लिंग के दर्शन करेगा. पत्थरबाज़ी और आतंकी घटनाओं के बीच अमरनाथ यात्रियों को बाबा भोलेनाथ के दर्शनों का इंतजार है.
सेना कर रही है सुरक्षा, डर किस बात का- श्रद्धालु
श्रद्धालु तिरंगा लेकर श्रीनगर रवाना हुए हैं. कश्मीर में तनाव के चलते इस बार अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाने के साथ ही ड्रोन और मोटर साइकल स्क्वॉड भी यात्रियों की तैनाती में लगाए गए हैं. मोटर साइकल स्क्वॉड में आधुनिक उपकरणो से लैस सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए है जो किसी आपातकालीन स्थिति में तुरंत ऐक्शन कर सकते हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि हम बहुत खुश है. हम किसी से डरते नहीं हैं. हमारी सेना हमारी सुरक्षा कर रही है तो डर किस बात का.
अमरनाथ यात्रा: आतंकी संगठन हिज्बुल का नया दांव, कहा- श्रद्धालु हमारे मेहमान हैं टारगेट नहीं
28 जून को पैदल गुफा मंदिर के लिए रवाना होंगे श्रद्धालुWe are very happy that we are going for Amarnath Yatra. We don't fear anything here. All security arrangements are up to the mark. Every year there are improvements in the security: Amarnath Yatris pic.twitter.com/CfZLU9hGCS
— ANI (@ANI) June 27, 2018
देशभर से करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. ये यात्री बाद में दिन में कश्मीर के गंदेरबाल स्थित बालटाल और अनंतनाग स्थित नुनवान पहलगाम आधार शिविर पहुंचेंगे. तीर्थयात्री अगले दिन यानि 28 जून को पैदल ही 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना होंगे. इससे तीर्थयात्रा की शुरूआत हो जाएगी.
26 अगस्त को होगा यात्रा का समापन
यात्रा का समापन 26 अगस्त को होगा जिस दिन रक्षा बंधन भी है. जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एस डी सिंह जामवाल ने कहा है कि सुचारू और शांतिपूर्ण तीर्थयात्रा के लिए सभी तैयारियां कर ली गई है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल पूरी तरह से चौकस हैं और राष्ट्र विरोधी तत्वों और सीमापार स्थित उनके आकाओं के नापाक इरादों को विफल करने के लिए पर्याप्त कदम उठाये गए हैं.
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि अभी तक 1.96 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. पहली बार इस बार अमरनाथ जाने वाले वाहनों में रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग का इस्तेमाल किया जाएगा और सीआरपीएफ का मोटरसाइकिल दस्ता भी सक्रिय रहेगा. आधारशिवरों, मंदिरों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. इस साल सरकार ने अमरनाथ यात्रियों के प्रत्येक वाहन की निगरानी रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग से करने का निर्णय किया है.
सुरक्षा के लिए 40 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती
इसके साथ ही तीर्थयात्रियों द्वारा लिये गए प्रीपेड मोबाइल नम्बरों की वैधता भी सात दिन से बढ़ाकर 10 दिन कर दी गई है. इस साल की तीर्थयात्रा के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस, अर्धसैनिक बल, एनडीआरएफ और सेना से करीब 40 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. पिछले साल कुल 2.60 लाख तीर्थयात्रियों ने गुफा में दर्शन किये थे. वर्तमान रास्ते की क्षमता और तीर्थयात्रा क्षेत्र में उपलब्ध अन्य आधारभूत ढांचे को ध्यान में रखते हुए श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड ने प्रतिदिन 7500 तीर्थयात्रियों को प्रत्येक रास्ते पर इजाजत देने का निर्णय किया है.