भारतीय वायुसेना के बेड़े में आज 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से पांच विमान शामिल हो जाएंगे, जिससे देश की वायु शक्ति में बड़ी ताकत का इजाफा होगा. ये विमान दुश्मनों को तहस-नहस करने वाले हथियारों से लेस है. कहा जा रहा है कि जब राफेल भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जाएगा, भारत आसमान में राज करेगा. पाकिस्तान के पास राफेल की टक्कर का कोई विमान नहीं है. पाकिस्तान के पास F-16 है लेकिन अकेला राफेल दो एएफ-16 के बराबर है.


राफेल की क्या हैं खूबियां




  • राफेल फ्रांसीसी कंपनी दसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित दो इंजन वाला मध्यम मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमएमआरसीए) है. वायु वर्चस्व, हवाई हमला, जमीनी समर्थन, भारी हमला और परमाणु प्रतिरोध जैसे काम ये एक विमान बखूबी कर सकता है.

  • राफेल 4.5 जेनरेशन मीडियम मल्टीरोल एयरक्राफ्ट है. मल्टीरोल होने के कारण दो इंजन वाला (टूइन) रफाल फाइटर जेट एयर-सुप्रेमैसी यानि हवा में अपनी बादशाहत कायम करने के साथ-साथ डीप-पैनेट्रेशन यानि दुश्मन की सीमा में घुसकर हमला करने में भी सक्षम है.

  • राफेल लड़ाकू विमान मेटेओर, स्कैल्प और मिका जैसे विजुअल रेंज मिसाइलों से सुसज्जित है, जोकि दूर से ही अपने लक्ष्य को भेद सकती हैं. ये हवा से हवा और जमीन स्तर पर हमला करने वाली मिसाइलों से लैस है.

  • 24,500 किलोग्राम वजन वाला राफेल एयरक्राफ्ट 9500 किलोग्राम भार उठाने में सक्षम है. इसकी अधिकतम रफ्तार 1389 किमी/घंटा है. एक बार उड़ान भरने के बाद 3700 किमी तक का सफर तय कर सकता है. लंबाई 15 दशमलव तीन शून्य मीटर है.

  • राफेल की ईंधन क्षमता 17 हजार किग्रा है. ये एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है. आकार में सुखोई से छोटा होने के चलते इस्तेमाल करना आसान है.

  • अफगानिस्तान, इराक और लीबिया में राफेल को इस्तेमाल किया जा चुका है. भारतीय वायुसेना को साल 2022 तक 36 राफेल मिल जाएंगे. बताया जा रहा है कि चीन पर नजर के लिए 18 राफेल हाशीमारा बेस पर और 18 राफेल हरियाणा के अंबाला में तैनात होंगे जिससे पाकिस्तान पर नजर होगी.


राफेल के साथ गेमचेंजर मिसाइल
राफेल में हैमर मिसाइल लगी है. ये 60 से 70 किमी की दूरी से हमला कर सकती है. बंकर समेत किसी भी निशाने को ध्वस्त करने में सक्षम है. इसके अलावा राफेल के साथ तीन गेमचेंजर मिसाइल और लगी हैं-


पहली- मिटयोर मिसाइल की रेंज करीब 150 किलोमीटर है. आवाज से 4 गुना तेज उड़ती है और ये रेडार गाइडेड मिसाइल बीच रास्ते में लक्ष्य को बदला जा सकता है. दूसरी- स्कैल्प क्रूज मिसाइल डीप स्ट्राइक यानि जमीन पर अटैक करने के लिए है. एयरबेस, रेडार, कम्यूनिकेशन के हब पर निशाना बनाने में माहिर ये स्टील्थ मिसाइल है जिसका पता लगाना आसान नहीं. तीसरा- हवा से हवा में मार करने वाली माइका मल्टी-मिशन मिसाइल है. ये सेल्फ डिफेंस मिसाइल है. दागने के बाद दुश्मन के जहाजों का बचना मुश्किल है.


फ्रांस से 5 राफेल फाइटरजेट ने भरी उड़ान
फ्रांस के मेरिग्नाक बेस से राफेल लड़ाकू विमान भारत के लिए रवाना हो गए हैं. ये एक दिन के बाद ये पांचों विमान अंबाला एयपबेस पहुंच जाएंगे. बुधवार को इन विमानों को वायुसेना में शामिल किया जाएगा. ये पांचों विमान अंबाला पहुंचने से पहले यूएई में अबूधाबी के करीब अल-दफ्रा फ्रेंच एयरबेस पर हॉल्ट करेंगे. इन विमानों में दो ट्रेनर एयरक्राफ्ट हैं और तीन लड़ाकू. अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर पहले ही जगुआर, मिग-21 तैनात हैं. वायुसेना के आधुनिक मिग 29 को भी भी इसी सेक्टर में तैनात किया गया है. लेकिन सबसे ज्यादा नजरें हैं राफेल पर ही.


ये भी पढ़ें-