मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा में पहली मौत हुई है. मृतक का नाम इब्रिस उर्फ सद्दाम है. इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में उसका शव मिला है. खरगोन में जिस दिन हिंसा हुई उसके बाद से ही वह लापता था. सद्दाम की उम्र 28 साल बताई जा रही है.


वह अपने घर से आनंद नगर मस्जिद में नमाज और रोजेदारों के लिए इफ्तार देने निकला था, जो वापस घर नहीं लौटा. परिवार वाले 4 दिन तक उसकी तलाश करते रहे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. परिवार वालों ने फिर 14 तारीख को थाने में लापता की रिपोर्ट दर्ज कराई.


सद्दाम के परिवार वाले लगतार उसे थाने, जेल में तलाशते रहे, लेकिन कोई सुराख नहीं मिला. परिवार वाले इतने हताश हो गए कि उन्होंने उम्मीद ही छोड़ दी और सीधा खरगोन पोस्टमार्टम रूम में जाकर पूछताछ कर उसे ढूंढने लगे,  लेकिन यहां भी सद्दाम के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. परिवारवालों ने पूछा कि सद्दाम जिंदा है या मर गया ये तो बता दो. सद्दाम की मां ने बताया कि उसकी बीवी और 2 महीने की छोटी बच्ची है. हम बहुत परेशान हैं. 17 अप्रैल की रात पुलिस सूचना पर परिजन इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल पहुंचे, जहां उसकी लाश मिली. 


21 लोगों के खिलाफ दर्ज है केस 


वहीं, इस मामले में 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सभी आरोपियों के खिलाफ तालाब चौक मस्जिद के पास संजय नगर इलाके में मामला दर्ज किया गया, जहां पहले रामनवमी के जुलूस पर हमला किया गया था. 


शिकायतकर्ताओं ने बताया कि दंगाइयों के हाथों में पत्थर, पेट्रोल बम, रॉड और अन्य उपयोगी हथियार थे. उन्होंने न केवल जुलूस पर हमला किया बल्कि आग लगा दी और लूट लिया. बाद में अन्य शिकायतकर्ताओं के आधार पर कई और प्राथमिकी दर्ज की गई. अब तक 44 प्राथमिकी दर्ज की गई और 148 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है.


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