दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को वैक्सीन का पहला टीका गुरुवार को दिया गया. उनकी आयु 45 से ज्यादा है और को-मॉर्बिड श्रेणी में आने की वजह से वैक्सीन अभी उन्हें दी गई है. उन्होंने कोविशाल्ड वैक्सीन लगवाई है. दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) में अरविंद केजरीवाल को वैक्सीन लगाते वक्त उनके माता-पिता भी साथ में थे.


इधर, जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा को भी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज आज दी गई है. उन्हें जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोविड-19 वैक्सीन का टीका लगाया गया.


गौरतलब है कि देशभर में एक मार्च से कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हो चुका है. इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु-वर्ग के और 45 वर्ष से ऊपर के ऐसे लोग जो गंभीर बीमारी से ग्रसित है, उन्हें कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी जा रही है.


कर्नाटक के मंत्री को कारण बताओ नोटिस

इधर, कर्नाटक में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के नियमों का उल्लंघन कर राज्य के कृषि मंत्री बी. सी. पाटिल और उनकी पत्नी को घर पर ही टीका लगाने को लेकर संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक (कर्नाटक) अरूंधति चंद्रशेखर ने हावेरी के प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जयांनद एम को कारण बताओ नोटिस भेजकर पूछा है कि नियमों का उल्लंघन क्यों किया गया.

निदेशक ने कहा कि भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार टीकाकरण निर्धारित अस्पतालों में ही किया जाना चाहिए और बैठकों में बार-बार यह कहा गया है. उन्होंने कहा कि उसके बाद भी नियम का उल्लंघन किया गया और स्वास्थ्य विभाग की बदनामी की गई. उन्होंने कहा कि यदि प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अधिकारी दोषी पाये जाते हैं तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी.इस बीच स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि किसी को भी घर पर टीका नहीं लगवाना चाहिए क्योंकि निगरानी करना या प्रतिकूल प्रभाव की स्थिति में उपचार करना मुश्किल हो जाएगा. केंद्र ने भी इस विषय पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है.

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