शुक्रवार सुबह 11 बजे रेल मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एक वीडियो लिंक के माध्यम से देश की पहली किसान रेल को हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे. ये किसान स्पेशल पार्सल ट्रेन महाराष्ट्र के देवलाली स्टेशन से बिहार के दानापुर के लिए रवाना होगी.


कैसी होगी किसान रेल


किसान रेल में फ़्रोज़ेन कंटेनर होंगे जिनमें पेरिशेबल उत्पाद बाज़ार तक भेजे जाएँगे. किसान रेल से किसानों की आय दो गुना होने की उम्मीद है. इससे जल्दी ख़राब होने वाले कृषि उत्पादों जैसे सब्ज़ी, फल तथा दूध, मीट, मछली आदि को कम समय में बाज़ार तक पहुँचाया जा सकेगा.


फ़िल्हाल सप्ताह में एक दिन चलेगी किसान रेल


ये किसान रेल फ़िलहाल सप्ताह में एक दिन महाराष्ट्र के देवलाली से सुबह 11 बजे चलेगी और अगले दिन शाम 6:45 बजे बिहार के दानापुर पहुँचेगी. इस यात्रा में किसान रेल 1519 किलोमीटर का सफ़र 31 घंटे और 45 मिनट में तय करेगी. किसान रेल की घोषणा मौजूदा वर्ष के बजट में भी की गई थी. इसका उद्देश्य किसानों के कम समय में ख़राब होने वाले उत्पादों को जल्द से जल्द बाज़ार तक पहुँचाना है.


लाखों किसानों को होगा लाभ


सेंट्रल रेलवे ज़ोन में चलने जा रही ये ट्रेन भुसावल डिविज़न में आने वाले किसानों को लाभ पहुँचाएगी जो कि एक कृषि प्रधान इलाक़ा है. इसके अंतर्गत आने वाले नासिक और आस-पास के इलाकों में बड़े पैमाने पर सब्ज़ियाँ, फल, फूल, प्याज़ आदि की खेती होती है. इन चीजों को अधिकतर पटना, इलाहाबाद, कटनी और सतना आदि शहरों को भेजा जाता है.


किसान रेल का स्टॉपेज


देवलाली से चलकर किसान रेल का स्टॉपेज नासिक रोड, मनमाड, जलगाँव, भुसावल, बुरहानपुर,खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी, मुग़लसराय और बक्सर में होगा जिसके बाद ये दानापुर पहुँचेगी. रेलवे किसानों और उनसे जुड़ी विभिन्न संस्थाओं से बात कर किसान रेल के बारे में जानकारी किसानों तक पहुँचा रही है ताकि इसका अधिकतम लाभ किसान उठा सकें