Floating Bridge Collapse: कर्नाटक के उडुपी में मालपे बीच पर बना राज्य का पहला तैरता पुल समुद्र के पानी में समा गया. तीन दिन पहले 6 मई के दिन इस पुल का उद्घाटन हुआ था और उद्घाटन के तीन बाद ही ये पुल ढह गया. ये पुल 100 मीटर लंबा और 3 मीटर चौड़ा था. इसको बनाने में लगभग 80 लाख रुपये की लागत आई थी. बताया जा रहा है कि रविवार को चक्रवाती तूफान आने के बाद ये पुल आंशिक रूप से ध्वस्त हो गया था जिसके बाद इस पुल का संचालन निरस्त कर दिया था.


3 दिन चला 80 लाख रुपये की लागत वाला पुल


इस पुल को बनाने में 80 लाख रुपये की लागत बताई जा रही है. इससे राज्य के पर्यटन में बढ़ावा होने की भी उम्मीद जताई गई थी. इस पुल की लंबाई 100 मीटर और चौड़ाई 3 मीटर थी. इस पुल पर लगभग 100 लोग एक साथ चलने का अनुमान लगाया गया था. पर्यटन के लिहाज से बनाए गए इस तैरते पुल पर पर्यटकों को सिर्फ 15 मिनट रुकने की अनुमति दी गई थी. 3 दिन पहले विधायक रघुपति भट ने इस पुल का उद्घाटन करके इसकी सैर भी की थी. ये घटना कर्नाटक में चक्रवाती तूफान आने के बाद घटी है. बेंगलुरू के कई हिस्सों में तेज हवाएं चलने के बाद जोरदार बारिश हुई औऱ इसमें कई पेड़ उखड़ गए और सड़कों पर पानी भर गया.  


पर्यटकों की सुरक्षा पर विधायक ने दिया था जोर


इस पुल का उद्घाटन करने के बाद विधायक रघुपति भट ने कहा था कि मालपे समुद्र बीच को पहले ही विश्व की मान्यता मिल चुकी है. यहां पर जल क्रीड़ाओं का लुत्फ लेने के लिए पर्यटक दूर-दूर से समुद्र तट पर आते हैं. उन्होंने बताया कि ये समुद्र तट विदेशियों को आकर्षित करता रहा है और अब इस पुल के बनने के बाद ये और भी आकर्षक गंतव्य बन गया है. इसके साथ ही यहां पर पर्यटकों की सुरक्षा मुहैया कराना उन्होंने अपना कर्तव्य बताया था. उन्होंने इस गंतव्य पर प्रोजेक्ट की शुरूआत में 20 से 25 लाइफगार्ड तैनात करने की बात भी कही थी.


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