नई दिल्ली: पैसों के लेन देन के लिये बैंक तो हम सभी ने देखें हैं लेकिन कोरोना काल में अब मास्क का भी बैंक बनाया जा रहा है. कोरोना संक्रमण से बचने का अब तक का सबसे कारगर उपाय ठीक ढंग से मास्क पहनना ही है. दिल्ली में मास्क न पहनने का जुर्माना भी 500 रुपये से बढ़ाकर 2000 कर दिया गया है. रविवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायकों और पार्षदों ने मास्क वितरण किया तो वहीं अब दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली का पहला 'मास्क बैंक' शुरू किया है.


डोनेट भी कर सकते हैं मास्क


उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर ने दिल्ली का पहला मास्क बैंक अपने आवास 1 लारेंस रोड, तिमारपुर पर बनाया है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम की योजना सभी 104 वार्ड्स में इस तरह के बैंक खोलने की है. लोगों को जागरूक करने के लिए 'मास्क ले जाओ ,जुर्माना बचाओ' की टैग लाइन भी दी गई है. खास बात ये भी है कि इस मास्क बैंक से सिर्फ निःशुल्क मास्क ले ही नहीं सकते बल्कि अगर कोई चाहे तो बैंक में मास्क डोनेट भी कर सकता है.


उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जय प्रकाश ने कहा कि इस मास्क बैंक के ज़रिये हम मुफ्त में मास्क वितरीत कर रहे हैं ताकि कोरोना वायरस से बचाव के साथ-साथ दिल्ली सरकार की ओर से लगाये गए 2000 रुपये के जुर्माने से भी बच सकें. उन्होंने कहा कि नागरिकों को सुविधा देने की बजाए, दिल्ली सरकार जुर्माना लगाकर उन्हें दंडित कर रही है. जो लोग मास्क खरीद पाने में सक्षम नहीं है या कोई भी यहां से मुफ्त में मास्क ले सकता है.


24 घंटे खुला रहता है ये मास्क बैंक


इसके साथ ही मेयर बताया कि ये मास्क बैंक 24 घंटे खुला रहता है और एक व्यक्ति की डयूटी हर समय यहां लगाई गई है. नागरिकों को सुविधा प्रदान करने और उन्हें कोविड-19 वायरस संक्रमण से बचाने के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम के क्षेत्र में प्रत्येक वार्ड को कवर करते हुए 104 मास्क बैंक प्रत्येक पार्षद के सहयोग से खोले जाएंगे. इनमें कोई भी जरूरतमंद मास्क ले सकता है और दान देने का इच्छुक मास्क दान दे सकता है.


दिल्ली में कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. खासकर त्योहारों के समय मे मार्केट में उमड़ी भीड़ के दौरान लोगों की लापरवाही की भी कई तस्वीरें सामने आई थीं. ऐसे में दिल्ली सरकार ने सख्ती दिखाते हुए मास्क न पहनने पर जुर्माना बढ़ाकर 2000 रुपये कर दिया था.


दिल्ली: मास्क चेकिंग के दौरान सिविल डिफेंस कर्मचारी के पैर पर शख्स ने चढ़ाई कार, जानें फिर क्या हुआ?