पूर्व पीएम वाजयेपी की पहली मासिक पुण्यतिथि पर काव्यांजलि देगी BJP, पीएम मोदी के जन्मदिन से शुरू होगा 'सेवा सप्ताह'
पूर्व प्रधानमंत्री के निधन के बाद बीजेपी ने उनके अस्थि कलशों को देश के सभी राज्यों में भेजा और प्रमुख नदियों में प्रवाहित किया. इसके लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के पार्टी अध्यक्षों को अपने हाथ से अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थिकलश सौंपा था.
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली मासिक पुण्यतिथि पर बीजेपी बड़ा आयोजन करगी. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बताया कि देश भर में 4000 से ज्यादा स्थानों पर कवि सम्मेलन का आयोजन कर पूर्व पीएम काव्यांजलि दी जाएगी. इसके साथ ही 17 से 25 सितबंर तक देश भर में सेवा सप्ताह मनाया जाएगा. 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन है, इसी दिन से सेवा सप्ताह की शुरुआत होगी.
4000 जगहों पर काव्यांजलि का आयोजन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बताया, ''देशभर में 4000 स्थानों पर पूर्व प्रधानमंत्री काव्यांजलि देने का कार्यक्रम किया जाएगा. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री की लिखी कविताएं कवि सम्मेलन में पढ़ी जाएंगी. इसके साथ ही उनकी कविताओं की रिकॉर्डिंग भी लोगों को दी जाएगी.''
बीजेपी अध्यक्ष @AmitShah Live: 17-25 सितंबर तक सेवा सप्ताह मनाएगी #बीजेपी -17 सितंबर को है पीएम मोदी का जन्मदिन, इसी दिन होगी सेवा सप्ताह की शुरुआत -मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे -सफाई अभियान चलेगा -20 हजार से ज्यादा जगह पर सेवा सप्ताह मनाया जाएगाhttps://t.co/EHYJ1pjZqJ pic.twitter.com/gbFeGFN5UK
— ABP न्यूज़ हिंदी (@abpnewshindi) August 30, 2018
काव्यांजलि के बाद एक सप्ताह की कार्यांजलि बीजेपी अध्यक्ष ने बताया, ''17 सितंबर को बीजेपी के कार्यकर्ता पीएम मोदी के जन्मदिन को सेवा दिवस के रूप में मनाते हैं. इस बार 17 से लेकर 25 सितंबर दीन दयाल उपाध्याय की जयंती तक एक पूरा सप्ताह बीजेपी पूर्व पीएम की याद में सेवा सप्ताह के रूप में मनाएगी. काव्यांजलि के बाद ये कार्यांजलि का दी जाएगी.'' उन्होंने कहा कि इस सेवा सप्ताह में सभी जुग्गी झोपड़ियों में मेडिकल कैंप बीजेपी और सरकार ीक ओर आयोजित किए जाएंगे. इसके बाद उस बस्ती में सफाई का कार्यक्रम भी चलाया जाएगा.
अस्थि कलश यात्रा का आयोजन भी कर चुकी है बीजेपी पूर्व प्रधानमंत्री के निधन के बाद बीजेपी ने उनके अस्थि कलशों को देश के सभी राज्यों में भेजा और प्रमुख नदियों में प्रवाहित किया. इसके लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के पार्टी अध्यक्षों को अपने हाथ से अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थिकलश सौंपा. बीजेपी ने इसे अस्थिकलश यात्रा का नाम दिया. इस पीरे कार्यक्रम के दौरान बीजेपी को कई शर्मिंदगी का सामना भी करना. दरअसल पूर्व पीएम वाजपेयी के अस्थिकलश यात्रा में कई जगह बीजेपी नेताओं सेल्फी लेते तस्वीरें भी सामने आईं थीं.