नई दिल्ली: 28 जून से शुरू हो रहे अमरनाथ यात्रा के लिए बड़े स्तर पर तैयारी जारी है. इस बीच अमरनाथ गुफा और बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर जारी की गई है. सुरक्षा के दृष्टि से संवेदनशील अमरनाथ यात्रा के लिए बड़े स्तर पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. जम्मू से बालटाल और दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के दो बेस कैंप से लगभग 400 किलोमीटर यात्रा मार्ग को सुरक्षित रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की 213 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं. कल ही रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने खुद वार्षिक अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया और बालटाल बेस कैंप का दौरा किया.



रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा, "रक्षामंत्री को आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व प्रशासनिक इंतजामों के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही उन्हें हाल ही में चलाए गए घुसपैठ रोधी और आतंक रोधी अभियानों के विवरण समेत घाटी के हाल के सुरक्षा हालात की जानकारी बदामी बाग छावनी में चिनार कॉर्प कमांडर ने दी."



अमरनाथ गुफा समुद्र तल से 12,756 फीट की ऊंचाई पर है. तीर्थयात्रियों को पहलगाम रास्ते से तीर्थस्थल पहुंचने में चार दिनों का समय लगता है. बालटाल मार्ग से जाने वाले लोग अमरनाथ गुफा में प्रार्थना करने के बाद उसी दिन बेस कैंप लौटते हैं. दोनों मार्गो पर हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है.