केरल के दिग्गज राजनेताओं में केआर गौरी अम्मा का मंगलवार को निधन हो गया. वे 102 साल की थीं और लंबे समय से बीमार चल रही थीं. अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने मंगलवार सुबह करीब 7 बजे अंतिम सांस ली. हाल ही में तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. केआर गौरी की मौत के बाद उनके उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है.
केआर गौरी अम्मा साल 1957 में ईएमएस नंबूदरीपाद के नेतृत्व वाली पहली कम्युनिस्ट सरकार की सदस्य थीं. उनका नाम केरल की सबसे ताकतवर महिला नेताओं की लिस्ट में शामिल है. वह पहली केरल विधानसभा की अकेली जीवित सदस्य थीं. वह केरल की पहली राजस्व मंत्री भी थीं. साल 1994 में वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) से निकाली गई थीं, जिसके बाद उन्होंने खुद की पार्टी बनाई. साल 1957 में उन्होंने भूमिका सुधार विधेयक भी पास किया था. उन्होंने केरल की राजनीति में सबसे लंबे समय तक अपनी सेवा दी. उन्होंने बहुत कम उम्र में ही राजनीति में प्रवेश किया था और देखते ही देखते एक अलग मुकाम हासिल किया. उन्हें किसान आंदोलन और ट्रेड यूनियन के आंदोलन के समय जेल भी जाना पड़ा था.
साल 1994 में किया जनाधिपत्य संरक्षण समिति का गठन
साल 1994 में उन्होंने जनाधिपत्य संरक्षण समिति (जेजेपी) का गठन किया था. उनका विवाह टी.वी थॉमस से हुआ था. उनका जन्म 14 जुलाई 1919 को तटीय अलप्पुझा के पट्टनक्कड़ गांव में हुआ था. उन्हें बचपन से ही राजनीति में दिलचस्पी थी. वह बेबाक होकर अपने विचार रखती थीं. साल 1952 और 1954 में वह त्रावणकोर-कोच्चि विधानसभा सीट से चुनीगईं थीं.
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