वॉशिंगटन: अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने कोरोना वैक्सीन की पहली खेप मिशिगन गोदाम से रवाना कर दी है. अमेरिका में इस वैक्सीन को हाल में मंजूरी दी गई है और कोविड-19 के टीके लगाए जाने के साथ ही अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो जाएगी.


अमेरिका में कोरोना संक्रमण की वजह से अब तक तीन लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. मिशिगन स्थित फाइजर की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से कोविड-19 टीकों की पहली खेप को ट्रकों में भरकर रवाना किया गया. ये खेप पहले से तय 636 स्थानों पर पहुंचाई जाएगी.


अमेरिका खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने इस टीके के आपात इस्तेमाल की शुक्रवार को मंजूरी दे दी थी और अमेरिका रोग नियंत्रण रोकथाम केंद्र की टीकाकरण से जुड़ी समिति ने शनिवार को 16 साल और इससे ज्यादा उम्र के लोगों को टीका देने के समर्थन में मतदान किया.


636 स्थानों पर पहुंचेगी 184,275 शीशियां
अमेरिका में कोविड-19 का यह टीका ऐसे समय में उपलब्ध हुआ है, जब संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है. अभी सर्दी की छुट्टियां पड़नी हैं और ऐसे में विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि बड़ी आबादी को टीका लगने से पहले तक स्थिति खराब ही बनी रहने की आशंका है.


'ऑपरेशन वार्प स्पीड' के तहत आगामी सप्ताह में राज्यों के 636 अस्पतालों और क्लीनिकों में यह टीका पहुंचाया जाएगा. 'सीएनएन' की खबर के मुताबिक गोदाम से ट्रकों में भरकर टीकों की 1,84,275 शीशियों को रवाना किया गया.


फाइजर की वैक्सीन को इंग्लैंड, बहरीन और कनाडा में मंजूरी मिल चुकी है. फाइजर ने अपने जर्मन पार्टनर बायोएनटेक के साथ BNT162b2 नाम से COVID-19 mRNA वैक्सीन विकसित की थी जिसकी 2020 में 50 मिलियन से अधिक खुराक और 2021 के अंत तक 1.3 बिलियन खुराक का उत्पादन करने की उम्मीद है.


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