महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में पहला बिखराव, इस पार्टी ने समर्थन लिया वापस
महाविकास अघाड़ी में यह बिखराव ऐसे समय में हुआ है जब शिवसेना नेता संजय राउत पर ईडी की कार्रवाई के कारण महाराष्ट्र और केंद्र सरकार आमने-आमने सामने आ गई है.
मुंबई: महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में पहला बिखराव हुआ है. किसानों की पार्टी स्वाभिमानी शेतकरी संघठना ने महाविकास अघाड़ी से नाता तोड़ लिया है. पार्टी के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने महाराष्ट्र सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया है. हालाकी, राजू शेट्टी के समर्थन वापस लेने से महाराष्ट्र सरकार की स्थिरता पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
शेट्टी ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब शिवसेना नेता संजय राउत पर ईडी की कार्रवाई के कारण महाराष्ट्र और केंद्र सरकार आमने-आमने सामने आ गई है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा शिवसेना नेता संजय राउत से जुड़ी संपत्तियों को कुर्क किये जाने की कार्रवाई को महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को प्रतिशोध की राजनीति करार दिया.
ईडी ने राउत की इन संपत्तियों को किया कुर्क
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून के तहत अलीबाग में राउत और उनके परिवार से जुड़े आठ भूखंड और मुंबई के दादर उपनगर में एक फ्लैट को कुर्क किया है.
'यह कार्रवाई राजनीतिक उद्देश्य से की गई है'
ईडी की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए आदित्य ठाकरे ने पुणे में एक कार्यक्रम के बाद कहा कि महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के सभी सहयोगी मजबूती से एक-दूसरे के साथ खड़े हैं. महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की गठबंधन सरकार है.
आदित्य ने कहा, '' यह (ईडी की कार्रवाई) साफ तौर पर राजनीतिक उद्देश्य से की गई है. ऐसा प्रतिशोध की राजनीति के कारण हो रहा है. हमारे देश में जो कुछ भी हो रहा है, यह निश्चित तौर पर लोकतांत्रिक व राजनीतिक माहौल नहीं बल्कि दबाव की राजनीति की स्थिति है.''
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