Raju Srivastav Death: जब किसी अपने करीबी की मृत्यु होती है और पुलिस केस होने की वजह से पोस्टमार्टम का ज़िक्र होता है तो हर परिवार इस प्रक्रिया से बचना चाहता है. दिवंगत कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के परिवार की भी यही मांग थी कि उनका पोस्टमार्टम ना कराया जाए लेकिन, क्योंकि राजू श्रीवास्तव को बेहोशी की हालत में एवं दिल्ली में एडमिट कराया गया था और यह एक पुलिस केस भी था, ऐसे में डॉक्टरों को पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को पूरा करना था. तो राजू श्रीवास्तव के परिवार की मांग को ध्यान में रखते हुए दिल्ली AIIMS प्रशासन ने वर्चुअल ऑटोप्सी करने का फैसला लिया.


भारत ही नहीं बल्कि पूरे साउथ ईस्ट एशिया में पहली बार किसी डेडबॉडी का वर्चुअल पोस्टमार्टम किया गया. दिल्ली में यह पहला वर्चुअल ऑटोप्सी सेंटर है, जहां ये पूरी प्रक्रिया विधिवत हुई.


देश की पहली वर्चुअल अटॉप्सी लैब में हुआ वर्चुअल पोस्टमार्टम


एमके फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के हेड डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने बताया कि अपनों के निधन के बाद परिवार पहले से ही गमगीन होते हैं, ऐसे में हमने एक रिसर्च भी कराई और 90 फीसदी से ज्यादा लोगों ने पोस्टमार्टम  प्रक्रिया को ना चुनने का पक्ष रखा. उन्होंने बताया कि वर्चुअल ऑटोप्सी के दौरान डेड बॉडी पर डॉक्टर कोई कट या चीरा नहीं लगाते, बिना पार्थिव शरीर को छुए ही पूरी बॉडी का स्कैन होता है और डॉक्टर की टीम बड़ी थी स्क्रीन पर बैठकर छोटी-छोटी जानकारियों को बारी-बारी से परखती है. राजू श्रीवास्तव के पार्थिव शरीर की वर्चुअल ऑटोप्सी प्रक्रिया होने के बाद उनका शव उनके परिवार को सौंप दिया गया है.


कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव को 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट करने के दौरान हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था. जिंदगी और मौत की 42 दिनों की चली लंबी लड़ाई लड़ने के बाद बुधवार 21 सितंबर को उनका निधन हो गया. गुरुवार की सुबह दिल्ली के निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया.


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