राजस्थान के 21 वर्षीय शुभम यादव ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने इस्लामिक स्टडीज के मास्टर डिग्री की अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा में टॉप किया है. सेंट्रल यूनिवर्सिटी कश्मीर की संयुक्त प्रवेश परीक्षा 20 सितंबर को आयोजित की गई थी. जिसका नतीजा 29 अक्टूबर को घोषित किया गया.


इस्लामिक स्टडीज की प्रवेश परीक्षा में पहला गैर मुस्लिम


उन्होंने कहा, "इस्लाम को रूढ़िवादी धर्म के तौर पर पेश किया जाता है. इस्लाम धर्म के बारे में बहुत सारी भ्रांतिया हैं. आज समाज में खाई बढ़ रही है और ऐसे में बहुत जरूरी है कि एक दूसरे के धर्म को समझा जाए." सेंट्रल यूनिवर्सिटी में इस्लामिक स्टीज सेंटर की स्थापना 2015 में हुई थी. यूनिर्सिटी ने शुभम यादव के पहले गैर मुस्लिम उम्मीदावर के तौर पर टॉप करने की पुष्टि की है. प्रोफेसर हामिद नसीम रफियाबादी ने बताया, "ये पहली बार है जब कोई गैर मुस्लिम प्रवेश परीक्षा में टॉपर बना है. इससे पहले हमारे यहां गैर मुस्लिम बुद्धिजीवी रह चुके हैं."


मास्टर डिग्री की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के टॉपर बने शुभम


यादव ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से दर्शन शास्त्र में स्नातक किया है. उनका संबंध अलवर से है. 2018 में अलवर दो लिंचिंग की घटनाओं को लेकर चर्चा में रह चुका है. पहलू खान और अकबर उर्फ रकबर खान की भीड़ ने हत्या कर दी थाी. यादव ने कहा, "इस तरह की घटनाओं ने मुझे सोचने के लिए मजबूर कर दिया और इस्लाम धर्म के बारे में अध्ययन करने के लिए प्रेरणा दी. मैंने अपने माता-पिता को इस्लामिक स्टडीज लेने के बारे में समझाकर विश्वास दिलाया कि ये इस्लामिक इतिहास और संस्कृति के बारे में होगा, तब उन्होंने रजामंदी जाहिर की."


यादव ने बताया कि कॉलेज के दिनों से उन्हें इस्लामिक स्टडीज में रूचि विकसित हुई और अनौपचारिक रूप से अरब स्प्रिंग (अरब जगत की क्रांतिकारी लहर), ईरान के मुद्दे, इस्लाम और पैगम्बर मोहम्मद के शुरुआती दिनों के बारे में पढ़ा. और अब औपचारिक माध्यम से इसके बारे में ज्यादा सीखने जा रहा हूं. यादव सिविल सेवा परीक्षा की भी तैयारी कर रहे हैं. गैर मुस्लिम उम्मीदवार दो साल तक कश्मीर में मास्टर कोर्स की पढ़ाई करेंगे.


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