नई दिल्ली: केरल के हालिया बाढ़ में कम से कम 60 लोगों की जान बचाने वाले मछुआरे जीनेश जेरोन की शनिवार को रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई. 23 वर्षीय जीनेश तमिलनाडु के कन्याकुमारी में सड़क हादसे में घायल हो गए, उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने शनिवार को दम तोड़ दिया. जीनेश के एक दोस्त ने कहा, ''जीनेश जब हादसे के शिकार हुए उसके आधे घंटे बाद उन्हें मदद मिली थी.'' जेरोन मछली पकड़ने के लिए कन्याकुमारी के कोल्लानगुडु में बाइक से जा रहे थे इसी दौरान दुर्घटना हुई.


जीनेश के दुर्घटना में घायल होने की खबर के बाद अस्पताल में लोगों का हुजूम जुट गया. लेकिन डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा सके. तिरुवनंतपुरम के रहने वाले जेरोन कोस्टल वॉरियर्स ग्रुप से जुड़े थे. इस ने ग्रुप ने केरल बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित इलाके अलाप्पुझा के चेन्गनूर में सैकड़ों लोगों को बचाया था. पिछले महीने केरल सरकार ने कोस्टल वॉरियर्स ग्रुप को इस योगदान के लिए सम्मानित किया था.





जीनेश का रविवार को अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान भारी संख्या में लोग मौजूद थे. सभी की आंखें नम थी. चेन्गनूर के विधायक साजी चेरियन भी अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद थे. उन्होने कहा, ''यह एक दुखद घटना है. मैं 17 अगस्त को कोस्टल वॉरियर्स ग्रुप के लोगों से मिलने गया था. जेरोन ने बाढ़ के दौरान दुर्गम इलाकों से कम से कम 60 लोगों को निकाला था और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.'' उन्होंने बताया कि जीनेश के परिवार वालों की मदद के लिए लोगों ने पैसे इकट्ठा किया है. तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने भी जीनेश जेरोन के अंतिम दर्शन किये और उनके योगदान को याद किया.





आपको बता दें कि केरल में अगस्त में आई भीषण बाढ़ में करीब 500 लोगों की मौत हो गई थी. बाढ़ की वजह से बड़े पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ. बाढ़ के दौरान मछुआरों ने दूर-दराज के इलाकों में बारिश और खतरनाक जलस्तर होने के दौरान अपनी जान पर खेलकर असहाय लोगों को बचाया था.


केरल बाढ़: प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक 40 हजार करोड़ रूपये का नुकसान