नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की बागडोर संभाले करीब चार साल हो चुके हैं. चार साल बाद मोदी सरकार के मंत्री अपने मंत्रालयों को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं. लेकिन बीते चार साल में पीएम मोदी के मंत्रियों कामकाज के आधार पर एबीपी न्यूज़ ने इन मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है.
इस रिपोर्ट कार्ड के मुताबिक मोदी के कैबिनेट के सबसे अव्वल मंत्री का तमगा सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हिस्से आया है. नितिन गडकरी को 10 में से 7.14 नंबर मिले हैं. मोदी कैबिनेट की सबसे खराब मंत्री पेयजल मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहीं उमा भारती हैं. उन्हें 10 में से सिर्फ 3.27 नंबर मिले हैं.
सरकार के चार साल: नितिन गडकरी का काम बेमिसाल, उमा भारती का रिपोर्ट कार्ड बदहाल
कैसे तैयार हुआ रिपोर्ट कार्ड?
मोदी कैबिनेट का यह रिपोर्ट कार्ड के देश 50 जाने माने पत्रकारों की टीम ने तैयार किया है. 50 पत्रकारों की इस टीम ने हर मंत्री के कामकाज को देखते हुए नंबर दिए हैं. इस टीम ने मंत्रियों को 10 के पैमाने पर नंबर दिए हैं. यानी रिपोर्ट कार्ड में जिस मंत्री के ज्यादा नंबर हैं, वो पास हैं, जिनके कम नंबर हैं वो फेल हैं.
मोदी कैबिनेट के पांच सबसे फिसड्डी मंत्री
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम केंद्रीय पेयजल मंत्री उमा भारती का है. उमा भारती को 10 में से सिर्फ 3.27 नंबर हासिल हुए हैं.
अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले गिरिराज सिंह खराब मंत्रियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं. 50 पत्रकारों के एक्सपर्ट पैनल ने गिरिराज सिंह को 10 में से सिर्फ 3.39 नंबर दिए हैं.
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खराब मंत्रियों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी हैं. स्मृति ईरानी को 10 में से 3.87 नंबर मिले हैं. हाल ही में हुए कैबिनेट फेरबदल में स्मृति ईरानी से सूचना प्रसारण मंत्रालय का जिम्मा छीन लिया गया था.
केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अल्फोंस कन्नथानम खराब मंत्रियों की लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं. एक्सपर्ट्स ने उनके काम को देखते हुए 10 में से सिर्फ 3.94 नंबर दिए हैं. केरल से आने वाले अल्फोंस कन्नथानम पहले सिविल सेवा अधिकारी भी रह चुके हैं.
खराब मंत्रियों की लिस्ट में आखिरी पायदान पर श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री संतोष गंगवार हैं. संतोष गंगवार को 10 में से चार नंबर मिले हैं. बता दें पिछले कुछ समय से मोदी सरकार रोजगार के मुद्दे को लेकर विपक्ष के निशाने पर है.