नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के तुगलकाबाद विस्तार इलाके में कोरोना के 35 पॉजिटिव के पाए जाने के बाद से ना केवल तुगलकाबाद विस्तार इलाके में बल्कि समूची राजधानी में दहशत का माहौल है. वजह है कि एक साथ इतनी बड़ी संख्या में पॉजिटिव केस सामने आने से लोगों के मन में अब इस कदर डर बैठ गया है कि आखिर खतरनाक वायरस किस तरीके से एक के बाद एक लोगों को अपनी जद में ले रहा है.


यही वजह है कि दिल्ली सरकार ने जहां अब से तीन दिन पहले तक महज दो गलियों को हॉटस्पॉट घोषित किया हुआ था, वहीं अब एक साथ ही पांच गलियों को पूरी तरीके से सील कर दिया है. इतना ही नहीं तीन अन्य गलियों को बफर जोन में रखा गया है.


कौन-कौन सी गालियां की गई हैं सील


एक साथ ही 35 पॉजिटिव केस पाए जाने के बाद तुगलकाबाद विस्तार की जिन पांच गलियों को सील किया गया है वे 24, 25, 26, 27 और 28 हैं. दिल्ली पुलिस ने रविवार रात को ही इन सभी गलियों के बाहर बैरिकेडिंग करते हुए इन सभी गलियों को पूरी तरीके से सील कर दिया है. इतना ही नहीं इन गलियों में जितनी भी दुकान है, वे सभी भी बंद करवा दी गई हैं. चाहे फिर वे दुकानें परचून, दूध की डेरी या फिर रोजमर्रा के सामान से जुड़ी अन्य वस्तुओं की हो.


WhatsApp ग्रुप के माध्यम से लोगों की जरूरतों को किया जाएगा पूरा


दिल्ली पुलिस ने इस इलाके की आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर WhatsApp  ग्रुप भी तैयार किए हैं. इस ग्रुप के माध्यम से इन सभी गलियों में रहने वाले लोगों को भी जोड़ा गया है और उनसे कहा गया है कि उनकी जरूरत के सामान के लिए वे लोग अपने घरों से बाहर न निकलें.


जिस भी व्यक्ति को जो भी सामान की जरूरत होगी, उसे पूरा करने के लिए इस WhatsApp ग्रुप पर उन तमाम विक्रेताओं के नंबर डाल दिए जाएंगे जिन्हें इस इलाके में आकर सामान के डिलीवरी करने की इजाजत होगी. फिर चाहे वह सामान दवा से जुड़ा हुआ हो, खाने पीने की वस्तुओं से जुड़ा हो, दूध आदि से जुड़ा हो. सभी जरूरतों को पूरा किया जाएगा.


एसएचओ ने खुद रात को इलाके में की अनाउंसमेंट


तुगलकाबाद विस्तार का यह इलाका गोविंदपुरी थाने के अंतर्गत आता है. रविवार शाम को जब इस पूरे इलाके में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के पाए जाने की बात सामने आई और दिल्ली सरकार ने तुरंत ही इन पांच गलियों को सील करने का निर्णय लिया. इस निर्णय को फलीभूत करने के लिए दिल्ली पुलिस को मैदान में उतारा गया.


जिसकी वजह से थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर सतीश राणा खुद इलाके में मौजूद रहे. पहले उन्होंने सभी गलियों को सील करवाया. उसके बाद नजदीक स्थित पुलिस बूथ में पहुंचकर पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम के माध्यम से स्थानीय निवासियों को दिल्ली सरकार के इस फैसले के बारे में अवगत करवाया और सभी लोगों को बताया कि आखिर सील का क्या मतलब होता है.


उन्होंने स्पष्ट तौर पर सभी लोगों को कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपने घर से निकलने की इजाजत नहीं दी जाएगी न ही किसी व्यक्ति को उसकी सर्विस पर जाने दिया जाएगा. ना ही इन गलियों में स्थित कोई भी दुकान खोली जाएगी. अगर किसी को कोई इमरजेंसी पड़ती है, तो इसके लिए एसएचओ ने अपना मोबाइल नंबर भी लोगों को बताया और कहा कि वे इमरजेंसी की स्थिति में मेरे मोबाइल नंबर पर फोन कॉल या फिर WhatsApp के माध्यम से मैसेज कर सकते हैं.


उनकी जो भी समस्या होगी उसका निवारण करने का पूरा प्रयास किया जाएगा. लेकिन कोई भी व्यक्ति सरकारी आदेशों का उल्लंघन न करें इसी में सभी का फायदा है.


वॉलंटियर भी किए गए हैं तैनात


दिल्ली पुलिस की मदद के लिए कुछ वॉलेंटियर्स भी इन गलियों के तैनात किए गए हैं. ये सभी आसपास के इलाके के ही हैं, जो स्वेच्छा से ही यहां तैनात हुए हैं. उनका मकसद है कि इन गलियों के आगे अब यह बीमारी न फैले. किसी को गलियों में नहीं जाने दे रहे हैं और न ही गलियों से बाहर किसी को निकलने दे रहे हैं.


किराना दुकान से शुरू हुई बीमारी


स्थानीय लोगों का कहना है सबसे पहले गली नंबर 26 में स्थित एक किराना दुकान में 3 लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. इन्ही तीन लोगों की वजह से बाकी लोगों को भी इस वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है.


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