Supreme Court Collegium: केंद्र सरकार ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के लिए 5 जजों की नियुक्ति पर मुहर लगा दी. नियुक्त किए गए जज 6 फरवरी को शपथ लेंगे. पांच न्यायाधीशों के शपथ लेने के बाद सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 32 हो जाएगी. सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) की ओर से पिछले साल 13 दिसंबर को इन न्यायाधीशों के नाम की सिफारिश की गई थी.
राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस पंकज मित्तल, पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजय करोल, मणिपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस पीवी संजय कुमार, पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश मनोज मिश्रा. चलिए अब आपको इन पांच जजों के बारे में विस्तार से बताते हैं.
जस्टिस पंकज मित्तल
वर्तमान में जस्टिस पंकज मित्तल (Justice Pankaj Mittal) राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं. इससे पहले वो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे. मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपनी पदोन्नति से पहले वो इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश थे. जस्टिस मित्तल को साल 1985 में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश में नामांकित किया गया था और उन्होंने एक वकील के रूप में हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की थी.
जस्टिस संजय करोल
संजय करोल (Justice Sanjay Karol) नवंबर 2019 से पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं. इससे पहले, उन्हें त्रिपुरा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्हें हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी नियुक्त किया जा चुका है. जस्टिस करोल ने साल 1986 में एक वकील के रूप में दाखिला लिया और हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अपनी प्रैक्टिस शुरू की.
जस्टिस पीवी संजय कुमार
पीवी संजय कुमार (Justice PV Sanjay Kumar) साल 2021 से मणिपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं. इससे पहले, वो पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में न्यायाधीश थे. उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में भी न्यायाधीश के रूप में काम किया है. जस्टिस पीवी कुमार को अगस्त 1988 में आंध्र प्रदेश की बार काउंसिल के सदस्य के रूप में नामांकित किया गया था.
जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह
वर्तमान में जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह (Justice Ahsanuddin Amanullah) पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश हैं. वो 2011 में पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए, फिर उन्हें 2021 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया. इसके बाद, उन्हें जून 2022 में पटना हाईकोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया. जस्टिस अमानुल्लाह को सितंबर 1991 में बिहार स्टेट बार काउंसिल में नामांकित किया गया था.
जस्टिस मनोज मिश्रा
वर्तमान में मनोज सिन्हा (Justice Manoj Sinha) इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश हैं. उन्होंने 2011 में न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. जस्टिस मिश्रा को 12 दिसंबर, 1988 को एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था और उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट के दीवानी, राजस्व, आपराधिक और संवैधानिक पक्षों में प्रैक्टिस शूरू की थी.