वाराणसी की बेटी शिवांगी सिंह लड़ाकू राफेल विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बन गई हैं. शिवांगी को राफेल विमान के स्क्वाड्रन की पहली महिला पायलट बनने का गौरव हासिल हुआ है. उन्हें देश के सबसे ताकतवर और बाहुबली राफेल विमान उड़ाने की जिम्मेदारी मिली है. बेटी को मिले इस सम्मान के बाद पूरे परिवार में जबरदस्त उत्साह है और शिवांगी के परिवार को बधाइयां दी जा रही हैं.


जल्द ही LAC पर राफेल उड़ाती दिखाई देंगी शिवांगी
शिवांगी सिंह को फाइटर पायलट बनने का जुनून उनके कर्नल रह चुके नाना से मिला था. साल 2015 में ये सपना तब पूरा हुआ, जब भारतीय वायुसेना में उनका सेलेक्शन फ्लाइंग अफसर के रूप में हुआ था. वाराणसी की रहने वाली फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह इस वक्त राजस्थान एयरबेस में तैनात हैं और अभी मिग 21 लड़ाकू विमान उड़ाती हैं. जल्द ही यूपी की ये बेटी एलएसी पर राफेल लड़ाकू विमान उड़ाती दिखाई देंगी.


इसी साल 10 सितंबर को पांच राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल की गई थी. ये विमान वायुसेना के 17वें स्क्वाड्रन, "गोल्डन एरो" का हिस्सा बने. अंबाला में ही राफेल फाइटर जेट्स की पहली स्क्वाड्रन तैनात है. इस स्क्वाड्रन में 18 राफेल लड़ाकू विमान, तीन ट्रैनर और बाकी 15 फाइटर जेट्स होंगे.


चीन से तनातनी के बीच लद्दाख में राफेल तैनात
चीन से चल रही तनातनी के बीच भारतीय वायुसेना ने राफेल विमान को एलएसी पर तैनात कर दिया है. लेह-लद्दाख के आसमान में राफेल कॉम्बेट एयर पैट्रोलिंग करते हुए देखे जा सकते हैं. चीन से सटी एलएसी पर भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट्स दिन-रात एयर कॉम्बेट पैट्रोलिंग कर रहे हैं.


बता दें, भारत ने फ्रांस‌ के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा किया है. इनमें ‌से पांच जेट भारत पहुंच चुके हैं और वायुसेना की अंबाला स्थित गोल्डन ऐरो स्कॉवड्रन का हिस्सा बन चुके हैं. पांच विमान अगले महीने यानि अक्टूबर में भारत आएंगे.


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