Weather Updates : देश के कुछ हिस्सों हुई बिन मौसम बरसात ने बहुत सारे लोगों को काफी परेशानी में डाल दिया है. भारी वर्षा के कारण उत्तर प्रदेश में अब तक 11 लोगों की जान भी जा चुकी है. इस भीषण बारिश के चलते यूपी के 11 जिलों के  लगभग 900 गांवों में काफी मात्रा में जलजमाव हो गया है, जिससे वहां के लोगों का जीवन काफी अस्त व्यस्त हो गया है.


मौसम विभाग के अधिकारियों की मानें तो करीब 8 लाख से भी ज्यादे लोग पर इस भारी बारिश का सीधा प्रभाव पड़ा है. अधिकारियों ने यह भी कहा कि सोमवार को झांसी में बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई है.

चक्रवाती तूफान को बताया अफवाह
भुवनेश्वर के मौसम विज्ञान केंद्र ने लोगों को अफवाहों से आगाह करते हुए कहा है कि मौसम विभाग के तरफ से तटीय क्षेत्र में साइक्लोन आने की बात नहीं कही गई है. लोगों को बस सतर्क रहने की जरूरत है.भारत के मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि उनके द्वारा भी साइक्लोन आने की बात नहीं कही गई है, लोगों को इस तरह के अफवाहों से बचना चाहिए. मौसम विभाग ने कहा है कि हम लोग 24 घंटे काम करते रहते हैं ताकि आपको सही सूचना दे सके.



अंडमान में आया था चक्रवाती तूफान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के जनरल डॉ मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि अगले 7 दिन में उड़ीसा में साइक्लोन आने की कोई संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि बीते शाम अंडमान में बहुत ही कमजोर साइक्लोन आया था. महापात्रा ने यह भी कहा कि 17-18 अक्टूबर को ऐसा साइक्लोन देखने को दोबारा मिल सकता है. उन्होंने कहा कि "आज का अनुमान सिस्टम के कम दबाव में एक साथ होने का संकेत दे रहा है. हमारे रिसर्च के अनुसार, साइक्लोन में सिस्टम के तेज होने की कोई संभावना नहीं है, मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत के मौसम विज्ञान विभाग को साइक्लोन की भविष्यवाणी में अपनी सटीकता के लिए जाना जाता है"

 


25 वर्षों में नहीं हुई थी ऐसी बारिश
अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के कारण अलर्ट जारी कर दिया गया है. मंगलवार को स्थिति का जायजा लेने पहुंचे ताई त्यागी ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों से नदी में नहीं उतरने की अपील की. हालांकि उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की बात कही है, क्योंकि उन्होंने बताया कि जल संसाधन और आपदा प्रबंधन विभाग स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी खतरे के बारे में लोगों को पहले ही सूचित कर दिया जाएगा और मंगलवार को 480 मिमी रिकॉर्ड वर्षा हुई है. पिछले 25 वर्षों में ऐसी बारिश कभी नहीं हुई थी.

 

सिक्किम में फंसे पर्यटक
उधर सिक्किम में भी बीते कुछ सप्ताह से हो रहे बारिश ने बहां के लोगों के जनजीवन को काफी हद तक नुकसान पहुंचाया है. सिक्किम में लगभग 200 से अधिक पर्यटकों के फंसने की भी खबर सामने आ रही है. बता दें कि अत्याधिक बारिश होने से सिक्किम में भूस्खलन भी हो गया है, जिससे वहां पानी सप्लाई करने की व्यवस्था सिक्किम समेत कई इलाकों में ठप पड़ गया है. मौसम विभाग ने भारी बारिश के कारण हिमालयन क्षेत्र में रेड अलर्ट भी जारी कर दिया है.

 

दिल्ली में भी भारी बारिश 
राजधानी दिल्ली में भी मौसम ने करवट बदल ली है. बुधवार की सुबह दिल्ली की सड़कों पर घना कोहरा छाया हुआ था. मौसम विभाग के अधिकारी आर के जेनामनी ने कहा कि यह  दिल्ली में इस साल का सबसे पहला कोहरा है. दिल्ली में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री था. दिल्ली में आज भी आकाश में बादल छाए रहेंगे. आईएमडी के एक अधिकारी ने पहले ही कहा था कि लंबे समय तक बारिश होने के कारण भारी धुंध हो गई थी, जिससे हवा में नमी की मात्रा काफी बढ़ गई.

 

चेन्नई में पुलिस जागरूकता अभियान 
चेन्नई में पुलिस और वहां के दमकल विभाग ने शहर में लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए मॉक ड्रिल और जागरूकता अभियान भी चलाया. कर्नाटक के कोप्पल जिले में बारिश के कारण सड़क पर भारी मात्रा में जलजमाव हो गया है. उत्तर प्रदेश के किसानों ने बताया है कि इस बिन मौसम बरसात के कारण उनके फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है.




सिक्किम में बुधवार तक होगी भारी बारिश 
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि दिल्ली में इस महीने अब तक 128.2 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गई है, जो अक्टूबर 1956 के बाद से सबसे अधिक है.आईएमडी के अनुसार, शहर में अक्टूबर 1956 में 236.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. मौसम विभाग ने बुधवार तक सिक्किम में मूसलाधार बारिश होने की बात कही है. इसके लिए कई इलाकों में  रेड अलर्ट भी जारी कर दिया गया है. उत्तर बंगाल के कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और दार्जिलिंग में बहुत भारी बारिश की संभावना है. इसको लेकर ऑरेंज अलर्ट भी  जारी किया गया है. 

 

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